केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज से अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर जम्मू कश्मीर दौरे पर हैं. अगस्त 2019 में धारा 370 की समाप्ति के बाद ये पहला मौका है जब अमित शाह जम्मू कश्मीर पहुंचे हैं. अपने पहले दिन के कार्यक्रम के मुताबिक अमित शाह ने श्रीनगर से शारजाह के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान का उद्घाटन किया. इससे श्रीनगर-शारजाह के बीच सीधी कनेक्टिविटी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक सप्लाई आसान होने से जम्मू-कश्मीर के कृषि व बागवानी उत्पादकों की आय में गुणात्मक वृद्धि होगी और लोगों का रोजगार भी बढ़ेगा.
.प्रदेश का विकास मुख्य लक्ष्य
यह फैसला ठीक एक महीने बाद आया है, जब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था," श्रीनगर में अंतरराष्ट्रीय सेवाएं शुरू करने के प्रयास जारी हैं. यह केंद्र शासित प्रदेश के विकास को बढ़ावा देगा."केंद्रीय मंत्री ने 25 सितंबर को यह भी कहा था कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर टर्मिनल को 25,000 वर्ग मीटर से बढ़ाकर 63,000 वर्ग मीटर किया जाएगा. इसके तहत श्रीनगर एयरपोर्ट पर 1500 करोड़ और जम्मू एयरपोर्ट के लिए 600 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
हिंसा की घटनाओं को लेकर सरकार चिंतित
कश्मीर घाटी में पिछले दिनों हुई हिंसक घटनाओं के कारण सरकार काफी चिंता में है. यहां आतंकियों ने पिछले दिनों पांच प्रवासी श्रमिकों और अल्पसंख्यक समाज के तीन लोगों की हत्या कर दी थी. इस कारण कई प्रवासियों को घाटी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था. केंद्रीय गृह मंत्री के इस दौरे के दौरान एक ऑल पार्टी बैठक बुलाने का भी सुझाव दिया गया है ताकि राज्य के हालात पर और बंद पड़ी राजनीतिक गतिविधियों पर भी चर्चा की जा सके.
गृह मंत्री के तीन दिवसीय दौरे के कार्यक्रम कुछ इस प्रकार हैं -
सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री के जम्मू कश्मीर दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख़्ता इंतजाम किए गए हैं. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. साथ ही कई जगहों पर हाईटेक ड्रोन के जरिए निगरानी रखी जाएगी.