पिछले साल अगस्त में जब अफगानिस्तान तालिबान के नियंत्रण में आया तो बहुत से लोगों ने अपना वतन छोड़ दिया. क्योंकि लोगों के मन में डर था कि अब उनपर अत्याचार किये जायेंगे. एयरपोर्ट पर लोगों की भीड़ और भगदड़ की बहुत सी वीडियो सामने आई.
इन वीडियो में एक छोटे से बच्चे सोहैल अहमदी की भी वीडियो वायरल हुई थी. जिसे उसके पिता ने एक सैनिक को पकड़ाया था. लेकिन बाद में खबर मिली कि सोहैल लापता है. क्योंकि उस दिन सोहैल के पिता और परिवार जैसे-तैसे काबुल से निकलकर अमेरिका पहुंच गए थे लेकिन सोहैल का कहीं कुछ पता न चल सका.
टैक्सी ड्राइवर ने रखा ख्याल:
सोहैल के बारे में रायटर्स ने नवंबर 2021 में खबर भी छपी थी. जिसके बाद पता चला कि सोहैल को काबुल में 29 वर्षीय टैक्सी ड्राइवर हामिद सफी ने अपने घर में रखा हुआ है और उसकी अच्छी देखभाल कर रहे हैं. दरअसल जिस दिन सोहैल को उनके पिता ने सैनिक को दिया था उसी दिन सफी अपने भाई को एयरपोर्ट पर छोड़कर आ रहे थे.
वापस आते समय उन्होंने देखा कि एक बच्चा एयरपोर्ट के फर्श पर बैठकर रो रहा है. सफी ने उसके माता-पिता के बारे में जानने की कोशिश की लेकिन पता नहीं चल पाया. इसके बाद सफी सोहैल को अपने साथ घर ले आए. घर में उनकी पत्नी और तीन बच्चियां हैं. इसलिए सफी ने सोहैल को अपना बेटा मानकर पालने का फैसला किया.
हालांकि उनका कहना है कि उन्होंने तय किया था कि अगर सोहैल के माता-पिता के बारे में पता चल जायेगा तो वे उसे लौटा देंगे.
अपने नाना के पास पहुंचा सोहैल:
एक तरफ सफी और उनका परिवार सोहैल को अपना बेटा मानकर पाल रहे थे तो दूसरी तरफ उनका असल परिवार उनकी खोज में जुटा था. सोहैल की तस्वीरें मीडिया में आने के बाद अहमदी परिवार को जानकारी मिली कि उनका सोहैल सफी के पास है.
हालांकि सोहैल के माता-पिता फिलहाल अमेरिका में हैं. लेकिन उन्होंने सोहैल के नाना मोह्हमद क़ासिम रज़वी से सोहैल को सफी से लेने और अपने पास रखने की गुजारिश की. लेकिन सफी ने सोहैल को रज़वी को देने से इंकार कर दिया था. जिसके बाद रज़वी ने तालिबानी पुलिस से मदद की गुहार लगाई.
और आखिरकार सात हफ्तों की मशक्कत के बाद सफी और उनके परिवार ने दिल पर पत्थर रखकर सोहैल को उनके नाना के हवाले कर दिया. रज़वी का कहना है कि सफी और उनकी पत्नी के लिए यह आसान नहीं था क्योंकि वे बहुत रो रहे थे.
अब रज़वी का सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि वे सोहैल को उसके माता-पिता तक पहुंचा सकें. सोहैल के मिलने से अहमदी परिवार में ख़ुशी का माहौल है.