बारबाडोस ब्रिटिश राजशाही के साथ अपने संबंध पूरी तरह से तोड़ने वाला है और इसके साथ ही यह दुनिया का सबसे नया गणराज्य बन जाएगा. अपने समुद्र तटों और क्रिकेट की दीवानगी के लिए प्रसिद्ध, बारबाडोस के प्रमुख के तौर पर गवर्नर जनरल सैंड्रा मेसन, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की जगह लेंगी. सोमवार की शाम से मंगलवार तक होने वाले समारोहों में सैन्य परेड और जश्न शामिल होंगे, जिसमें ब्रिटिश सिंहासन के उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स मेसन को राष्ट्रपति के पद से सम्मानित करेंगे.
अक्टूबर में हुआ राष्ट्रपति का चुनाव
ट्रांज़िशन समारोह में दिए जाने वाले भाषण में, चार्ल्स दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध जारी रखने पर ध्यान केंद्रित करने वाले हैं. बारबाडोस की जनता पर ब्रिटेन का सदियों के प्रभाव रहा है. यह 1834 तक स्लेवरी की जकड़ में था और 1966 में इसे स्वतंत्रता मिली थी. अक्टूबर में, बारबाडोस ने मेसन को अपना पहला राष्ट्रपति चुना था. इसके ठीक एक साल पहले प्रधानमंत्री मिया मोटली ने यह घोषणा की थी कि देश अपने कोलोनियल पास्ट को "पूरी तरह से" पीछे छोड़ देगा.
प्रिंस चार्ल्स को दिया जाएगा बारबाडोस का सर्वोच्च सम्मान
दुनिया भर में ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलनों से प्रभावित होकर, स्थानीय कार्यकर्ताओं ने पिछले साल ब्रिटिश एडमिरल लॉर्ड होरेशियो नेल्सन की एक प्रतिमा को हटा दिया था, जो दो शताब्दियों तक नेशनल हीरोज स्क्वायर में खड़ी रही थी. कुछ लोगों द्वारा रानी के शासनकाल के अंत को वित्तीय सुधार की दिशा में एक आवश्यक कदम के रूप में देखा जा रहा है. वहीं कुछ लोग इस समारोह में प्रिंस चार्ल्स को आमंत्रित करने और उन्हें बारबाडोस के सर्वोच्च सम्मान प्रदान करने के फैसले की आलोचना भी कर रहे हैं.
अंग्रेजी है ऑफिशियल लैंग्वेज
इस देश का नाम, यहां के Bearded Trees, "Barbados" से लिया गया है. बारबाडोस एक द्वीप देश है जो अटलांटिक महासागर से घिरा हुआ है. यह उत्तरी अमेरिका में आइलैंड के एक ग्रुप, Lesser Antilles के अंतर्गत आता है और इसकी ऑफिशियल लैंग्वेज अंग्रेजी है. यहां के लोगों को बारबाडियन कहा जाता है और यहां विश्व की तीसरी सबसे पुरानी संसद मौजूद है. 1627 में अंग्रेजों ने यहां एक कस्बे की स्थापना कर तंबाकू और कपास की खेती शुरू की थी.