ब्रिटेन में एक 20 वर्षीया युवती ने उस डॉक्टर पर मुकदमा किया जिसने उसके जन्म के समय उसकी मां की डिलीवरी कराई थी. इस युवती का नाम एवी टूम्ब्स है और वह एक दिव्यांग है. एवी स्पाइना बिफिडा नामक बीमारी से ग्रसित हैं.
और यही कारण है कि उन्होंने अपनी मां के डॉक्टर फिलिप मिशेल पर मुकदमा दायर किया है. एवी का कहना है कि डॉक्टर गर्भावस्था के दौरान उनकी मां को सही सलाह देने में नाकाम रहे और इस कारण उनका जन्म इस बीमारी के साथ हुआ.
अगर डॉक्टर ने उनकी मां को उस समय सही सलाह दी होती तो उनकी मां उस समय गर्भधारण नहीं करती और एवी का जन्म ही नहीं होता. और न ही एवी इस बीमारी से ग्रसित होतीं जिसके कारण वह सामान्य जीवन नहीं जी सकती हैं.
डॉक्टर ने नहीं दी सही सलाह:
एवी की मां के मुताबिक उन्होंने 30 साल की उम्र में अपनी डिलीवरी डॉ. मिशेल से कराई थी. उस समय डॉक्टर ने उन्हें फोलिक एसिड लेने के लिए कहा था. लेकिन स्पाइना बिफिडा की रोकथाम में फोलिक एसिड का महत्व नहीं बताया था.
डॉक्टर ने उनसे कहा कि अगर वह सही डाइट ले रही हैं तो उन्हें फोलिक एसिड लेने की जरूरत नहीं है. और उनकी बेटी इस बीमारी के साथ पैदा हुई.
अदालत ने माना एवी के दावे को सही:
इस मुकदमे पर फैसला सुनाते हुए ब्रिटेन की उच्च अदालत ने एवी के दावे को सही माना है. अदालत का कहना है कि अगर एवी की मां को ठीक सलाह मिलती तो वह देर से गर्भधारण करतीं और कुछ समय बाद एक सामान्य बच्चे को जन्म देती.
इसलिए एवी की बीमारी और परेशनी के लिए अदालत ने डॉ. मिशेल को जुर्माना भरने का फैसला सुनाया है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि जुर्माने की राशि कितनी है. लेकिन एवी के वकील का दावा है कि यह राशि लाखों में होगी ताकि एवी की जीवनभर की जरूरतें इससे पूरी हो सकें.