पाकिस्तान में सत्ता को लेकर संग्राम जारी है. गुरुवार को यहां आम चुनाव कराए गए थे लेकिन आज तीसरे दिन रविवार तक सभी सीटों के नतीजे नहीं आए हैं. उधर, चुनाव आयोग ने फिर से कुछ सीटों पर चुनाव कराने की घोषणा की है. अभी तक जो नतीजे आए हैं उनमें इमरान खान की पार्टी को सबसे अधिक सीटें मिली हैं. इसके बावजूद नवाज शरीफ सरकार बनाने का दावा ठोक रहे हैं. जोड़-तोड़ की राजनीति जारी है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पाकिस्तान को वर्ल्ड कप दिलाने जैसा कारनामा सियासत में इमरान खान कर सकते हैं और क्या वह फिर से पीएम बन सकते हैं?
निर्दलीय लड़े थे चुनाव
इमरान खान ने 1992 में पहली बार पाकिस्तान को वर्ल्ड कप दिलाया था. उन्होंने 39 साल की उम्र में भी अपनी टीम की ओर से टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन भी बनाए थे. अभी वह एक मामले में जेल में बंद है. उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) भी सरकार बनाने का दावा ठोक रही है. इस पार्टी के उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का बल्ला से वंचित करने के चुनाव आयोग के फैसले को बरकरार रखा था.
इमरान की पार्टी भी ठोक रही सरकार बनाने का दावा
इमरान की पार्टी का कहना है कि उसने सबसे अधिक सीटें जीती है इसलिए सरकार बनाने का हक उसी का है. इमरान खान ने एआई की मदद से एक ऑडियो वीडियो संदेश भेजकर आम चुनाव में जीत का दावा किया है. इमरान की पार्टी ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं. देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है. पीटीआई प्रमुख गोहर अली खान ने चुनाव आयोग पर समय से परिणाम घोषित करने में अपनी संवैधानिक भूमिका निभाने में नाकाम रहने का भी आरोप लगाया है.
इस्लामाबाद में पीटीआई की कोर कमेटी की अहम बैठक हुई, जिसमें सदस्यों ने सरकार गठन से जुड़ी रणनीतियों पर चर्चा की. एक बार फिर सरकार बनाने के लिए पार्टी के कई नेताओं को नेशनल असेंबली के सदस्यों से संपर्क साधने की जिम्मेदारी दी गई है. खैबर पख्तूनख्वा में अली अमीन गंडापुर प्रांत में नवनिर्वाचित प्रतिनिधि के साथ संपर्क की जिम्मेदारी संभालेंगे. मियां असलम इकबाल पंजाब में नवनिर्वाचित सदस्यों के साथ बैठक करेंगे.
इतने सीटों के परिणाम हुए घोषित
पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से 265 में से 257 सीटों के परिणाण घोषित किए जा चुके हैं. इनमें इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 102 सीटों पर जीत दर्ज की है. नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 73, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 54 और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) ने 17 सीट पर जीत हासिल की है. अन्य 11 सीटों पर छोटे दलों को जीत मिली है.
सरकार बनाने के लिए कितनी सीटें जरूरी
पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को नेशनल असेंबली में 265 में से 133 सीटें जीतनी होगी. एक उम्मीदवार की मौत के बाद एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था. कुल मिलाकर, साधारण बहुमत हासिल करने के लिए 336 में से 169 सीटों की आवश्यकता है, जिसमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित सीट भी शामिल हैं.
सेना भी चाह रही नवाज की सरकार
पाकिस्तान के तीन बार पीएम रह चुके नवाज शरीफ एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे हैं. नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ शुरू कर दी है. इसके साथ ही सेना भी नवाज की ही सरकार चाह रही है. नवाज शरीफ सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं. वह निर्दलियों उम्मीदवारों को भी अपने साथ जोड़ना चाह रहे हैं.
नवाज शरीफ बिलावल अली भुट्टो की पार्टी पीपीपी के साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं. दोनों पार्टियों के बीच इसको लेकर बातचीत चल रही है. नवाज शरीफ अपने भाई शहबाज शरीफ के साथ कई दलों से संपर्क में हैं. पीटीआई और पीएमएल के नेता जहां सरकार बनाने को लेकर तमाम बयान दे रहे हैं तो वहीं पीपीपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. उसके नेता चुप्पी साधे हुए हैं.