पाकिस्तान में सियासी तख्तापलट होने वाला है. शनिवार को विपक्ष ने एकजुट होकर इमरान खान को कुर्सी से हटा दिया. इस सियासी घमासान की शुरुआत से ही विपक्ष ने ऐलान कर दिया था कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ उनके संयुक्त उम्मीदवार होंगे. ऐसे में शहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री चुने जा सकते हैं. अब शहबाज शरीफ के राष्ट्रपति चुने जाने से भारत और पाकिस्तान के संबंधों में क्या बदलाव आ सकते हैं, आईए जानते हैं.
भारत के साथ नई नीति बनाएगा पाक
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सांसद और शहबाज के करीबी समीउल्लाह खान ने कहा कि शहबाज भारत के लिए एक नई नीति बनाएंगे. उन्होंने कहा, "शहबाज के नेतृत्व में पाकिस्तान भारत के साथ एक नई नीति के साथ आएगा. इमरान खान सरकार की भारत के प्रति कोई नीति नहीं थी, जिस कारण भारत ने कश्मीर से स्पेशल स्टेटस छीन लिया था. खान केवल असहाय होकर देख सकते थे."
2014 में भारत ने स्थगित की थी पाक से वार्ता
प्रमुख राजनीतिक विश्लेषक डॉ हसन अस्करी ने कहा कि सबसे पहले पाकिस्तान और भारत को वार्ता शुरू करनी चाहिए जिसे 2014 में भारत ने स्थगित कर दिया था क्योंकि जब तक वे बात करना शुरू नहीं करते तब तक कोई भी कदम नहीं उठाया जा सकता है. उन्होंने कहा, "चूंकि भारत ने वार्ता स्थगित कर दी है, इसलिए उसे दोबारा से शुरू करने की जिम्मेदारी भी भारत पर है. पाकिस्तान में किसी भी सरकार ने बातचीत का विरोध नहीं किया है."
इन वजह से और बिगड़े भारत-पाक के रिश्ते
जब इमरान खान 2018 में सत्ता में आए, तो उन्होंने भारत के साथ संबंधों को फिर से बनाने का वादा किया, लेकिन जल्द ही पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों में तनातनी बढ़ गई थी. हालांकि वो वक्त गुजर गया लेकिन दोनों देशों के बीच रिश्ते कमजोर हो गए. फिर भारत सरकार ने जब कश्मीर से अनुच्छेद 377 हटाया तो पाक को ये नागवार गुजरा जिसने दोनों देशों के बीच तनातनी को और बढ़ा दिया.
नवाज शरीफ के भारत से हैं बेहतर रिश्ते
अब पाकिस्तान में ये सियासी तख्तापलट इस्लामाबाद और नई दिल्ली के बीच संबंधों को फिर से सुधारने का एक अवसर हो सकता है, क्योंकि शहबाज लगातार इमरान खान पर ये इल्जाम लगा रहे हैं कि खान ने पाकिस्तान की विदेश नीति को नुकसान पहुंचाया है. अब दोनों देशों के रिश्ते सुधरने के की बड़ी ये वजह ये भी हो सकती है कि नवाज शरीफ के भारत से रिश्ते हमेशा से अच्छे रहे हैं. पीएमएल-एन के सभी राजनीतिक निर्णय आज भी नवाज शरीफ लेते हैं.