शादी करो और पैसे ले जाओ! चीन के इस शहर में पहला, दूसरा और तीसरा बच्चा होने पर भी मिल रहे हजारों-हजारों रुपये, लेकिन क्यों? 

जियांग्शी प्रांत के शांगयो काउंटी में दूसरे और तीसरे बच्चे पर कैश बोनस दिया जा रहा है. हुबेई प्रांत के तियानमेन में तीन बच्चों वाले परिवारों को 1,65,000 युआन तक की सब्सिडी दी जा रही है. इससे जन्म दर में हल्की बढ़ोतरी भी देखी गई है. सरकार की इस पहल का लंबा असर क्या होगा, यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन फिलहाल चीनी सरकार पैसे खर्च करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है!  

China Wedding Cash Reward
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 14 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 12:40 PM IST
  • शादी के लिए ‘अच्छे लड़के’ नहीं मिल रहे!
  • बीजिंग का बड़ा एजेंडा

चीन के लुलियांग शहर में शादी करना अब सिर्फ प्यार का मामला नहीं रह गया है, बल्कि एक आर्थिक सौदा भी बन गया है. यहां शादी के तुरंत बाद जोड़े को 1,500 युआन (करीब 12,500 रुपये) कैश इनाम दिया जा रहा है. इस योजना का उद्देश्य देश की लगातार गिरती जनसंख्या दर को सुधारना है, जो 2024 में लगातार तीसरे साल भी घट गई.

शादी के रजिस्ट्रेशन के बाद जब झांग गांग और वेंग लिनबिन ने लाल बैकग्राउंड में चीनी सरकारी साइन के साथ पोज दिया, तो उनके चेहरे पर मुस्कान के साथ कैश की गड्डियां भी लहराई जा रही थीं. झांग के मुताबिक, "इस पॉलिसी ने शादी के प्रति लोगों का नजरिया बदला है. मेरे दोस्तों ने भी इसे बेहतरीन बताया है."  

कैश का गणित क्या है?  
लुलियांग में औसतन एक शहरी व्यक्ति की आधी महीने की सैलरी 1,500 युआन है. ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए यह पूरी महीने की सैलरी के बराबर है. यानी सरकार ने सीधे-सीधे लोगों को शादी के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अच्छा खासा दांव चला है.  

लेकिन सिर्फ कैश देना ही काफी नहीं है. शादी करने वाले जोड़े को नवजात बच्चों के रजिस्ट्रेशन पर भी आर्थिक मदद दी जा रही है. पहला बच्चा होने पर 2,000 युआन, दूसरे के लिए 5,000 युआन और तीसरे के लिए 8,000 युआन का बोनस दिया जाएगा. साथ ही मेडिकल इंश्योरेंस में भी मदद की जा रही है.

शादी में भी ‘फ्लैश सेल’?
नए साल पर लुलियांग के शादी रजिस्ट्रेशन ऑफिस में भीड़ लगी रही. जनवरी 1 से लागू हुई इस योजना के तहत अब तक 400 से ज्यादा जोड़े शादी कर चुके हैं. एक समय तो स्थिति यह हो गई कि ऑफिस में कैश खत्म हो गया.

हालांकि इस भीड़ के पीछे सिर्फ प्यार-मोहब्बत वाला कनेक्शन नहीं, बल्कि सरकारी इनाम ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई. 34 साल के ली यिंगक्सिंग ने कहा, "मेरे एक सहकर्मी, जो अगले साल शादी करने वाले थे, उन्होंने भी इसी योजना के चलते इस साल शादी कर ली."  

शादी के लिए ‘अच्छे लड़के’ नहीं मिल रहे!
लुलियांग की मशहूर मैचमेकर फेंग यूपिंग का कहना है कि शादी की इच्छुक ज्यादातर महिलाएं ही होती हैं, लेकिन कई बार शादी नहीं हो पाती. वे कहती हैं, "किसी कंपनी में काम करने वाला आदमी अगर ग्रदुएटेड है, तो वह सिविल सर्विस में मास्टर डिग्री वाली लड़की को भी नहीं देखता.” फेंग के मुताबिक, महिलाओं के पास अब अपनी स्टेबल सैलरी है, इसलिए शादी के प्रति उनका झुकाव कम हो रहा है. लेकिन पुरुषों की सोच अब भी वही पुरानी है.

वे कहती हैं, "कई महिलाएं शादी के लिए योग्य होती हैं, लेकिन उनकी उम्र के कारण उन्हें नकार दिया जाता है." इस सोच के चलते लुलियांग की आबादी में भारी गिरावट हो रही है. यहां तक कि कई किंडरगार्टन भी बच्चों की कमी के कारण बंद हो गए हैं. 

बीजिंग का बड़ा एजेंडा
लुलियांग की यह समस्या सिर्फ एक शहर तक सीमित नहीं है. पूरे चीन में बुजुर्गों की बढ़ती आबादी सरकार के लिए एक बड़ी चिंता है. बीजिंग ने हाल ही में ऐसी कई योजनाएं शुरू की हैं.

उदाहरण के लिए, जियांग्शी प्रांत के शांगयो काउंटी में दूसरे और तीसरे बच्चे पर कैश बोनस दिया जा रहा है. हुबेई प्रांत के तियानमेन में तीन बच्चों वाले परिवारों को 1,65,000 युआन तक की सब्सिडी दी जा रही है. इससे जन्म दर में हल्की बढ़ोतरी भी देखी गई है.

हालांकि, सरकार की इस पहल का लंबा असर क्या होगा, यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन फिलहाल चीनी सरकार पैसे खर्च करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है!  
 

 

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