संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी (Abu Dhabu) में भव्य मंदिर बना है. इसको लेकर हिंदुओं में खासा उत्साह है. UAE में रहने वाले लोग भी काफी खुश हैं. यूएई में एक ऐसा भारतीय परिवार है, जो 104 साल पहले यूएई जाकर बस गया था. इस परिवार को यूएई में सबसे पुराना भारतीय परिवार माना जाता है. इस फैमिली का रिश्ता दुबई के शासक परिवार से रहा है. अबू धाबी में मंदिर बनने से ये परिवार भी काफी खुश है. चलिए आपको इस परिवार की कहानी बताते हैं.
104 साल पहले गया था भारतीय परिवार-
यह परिवार 104 साल पहले भारत से दुबई गया था. इस परिवार के उत्तमचंदन भाटिया दुबई गए थे. उनके संबंध उस समय के यूएई के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख बिन सईद अल मकतूम से रहे. उत्तमचंदन इस शाही परिवार के करीबी दोस्त थे. वो शेख बिन सईद के साथ बड़े हुए. इस परिवार को दुबई का सबसे पुराना परिवार माना जाता है.
11 साल की उम्र में गए थे दुबई-
गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक दीपक भाटिया ने बताया कि जब उनके दादा उत्तमचंदन सिर्फ 11 साल के थे, तब साल 1920 में लालचंद धोसानी अपने साथ दुबई लेकर गए. दीपक बताते हैं कि उनका पूरा परिवार प्लेग की चपेट में आकर खत्म हो गया था. सिर्फ उत्तमचंदन ही इस फैमिली में बचे थे. उन्होंने जन्म के समय ही मां को खो दिया और 3 साल की उम्र में पिता का भी साया सिर से उठ गया. उत्तमचंदन के 5 चाचाओं की भी प्लेग से मौत हो गई. इस बीमारी से उत्तमचंदन और उनकी एक चाची जिंदा बची थी. चाची ने अपने दामाद धोसानी के साथ उत्तमचंदन को दुबई भेज दिया.
दुबई में 100 साल पुराना मंदिर-
इस फैमिली के दीपक भाटिया दुबई में अंकल शॉप बिल्डिंग मटेरियल ट्रेडिंग के प्रबंध निदेशक हैं. दीपक भाटिया ने पीटीआई ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात एक उदार देश है. यहां के नागरिकों और प्रवासियों के बीच कभी भी दूरी महसूस नहीं हुई. इसी वजह से यहां प्रवासी बस गए और सालों से यहां रह रहे हैं. भाटिया ने बताया कि दुबई में सबसे पुराना हिंदू मंदिर जल्द ही 100 साल होने वाला है. ये मंदिर दुबई की सबसे पुरानी मस्जिद अल फहिदी के बगल में है.
भाटिया परिवार ने मांगी थी मंदिर के लिए जमीन-
भाटिया ने बताया कि उनके दादा उत्तमचंदन भाटिया ने दूसरे लोगों के साथ मिलकर इस मंदिर के लिए शेख राशिद बिन सईद से जमीन ली थी. जहां मंदिर बना है, वहां साल 1920 के दशक में बर दुबई अबरा लेन में कारोबारियों के गोदाम थे. यहीं पर उत्तमचंदन भाटिया की एक गौशाला भी थी. इस गौशाला में ही अस्थाई मंदिर बनाया गया था. इसमें एक मूर्ति रखी गई थी. भाटिया का दावा है कि उनके परिवार के पास 1936 की कुछ तस्वीरें भी हैं, जब मंदिर बनने वाला था.
अबू धाबी में बन रहा मंदिर-
संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में पहला हिंदू मंदिर बनकर तैयार है. इस मंदिर के लिए जमीन प्रिंस ने दी है. मंदिर को भव्य बनाने के लिए राजस्थान के पत्थरों पर नक्काशी की गई है. मंदिर में 7 शिखर है, जिसपर अलग-अलग देवताओं और प्रतीकों को दिखाया गया है. भारत और यूएई की संस्कृतियों का संगम दिखाने के लिए मंदिर में 7 शिखर बनाए गए हैं.
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