कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को ऑस्ट्रेलिया में मिलेगी इंट्री, एक दिसंबर से सिर्फ दो देशों के पर्यटकों को इजाजत

ऑस्ट्रेलिया ने मई 2020 में अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा को बंद कर दिया था और COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए केवल सीमित संख्या में नागरिकों और स्थायी निवासियों को ही प्रवेश करने की अनुमति थी. लेकिन हाल ही में नियमों में ढील दी गई है.

ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश के नियम
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 22 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:28 AM IST
  • ऑस्ट्रेलिया में दी गयी नियमों में ढील.
  • 1  दिसंबर  से पूर्ण टीकाकरण किए हुए विदेशी वीजा धारकों को मिलेगा देश में प्रवेश.

अगर आप ऑस्ट्रेलिया जाना चाहते हैं तो आपके लिए जल्द ही उसके दरवाजे खुलने वाले हैं, उसके लिए बस आपको फुली वैक्सिनेटेड होना होगा.ऑस्ट्रेलिया में 1  दिसंबर  से पूर्ण टीकाकरण किए हुए विदेशी वीजा धारकों को देश में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी.   प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने इस बात की जानकरी सोमवार को दी. यह अंतरराष्ट्रीय यात्रा को फिर से शुरू करने और अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की दिशा में एक कदम है. 

दरअसल, ऑस्ट्रेलिया ने मई 2020 में अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा को बंद कर दिया था और COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए केवल सीमित संख्या में नागरिकों और स्थायी निवासियों को ही प्रवेश करने की अनुमति थी. ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के विदेशों में रहने वाले परिवार के सदस्यों को प्रवेश करने की अनुमति देने के लिए हाल के हफ्तों में नियमों में ढील दी गई थी. जिसके बाद प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा था कि इसे 1 दिसंबर से बढ़ाया जाएगा ताकि टीकाकरण वाले छात्रों, व्यावसायिक वीजा धारकों और शरणार्थियों को देश में आने दिया जा सके.  

फुली वैक्सिनेटेड पर्यटकों को भी देश में आने की अनुमति

प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कैनबरा में संवाददाताओं से कहा कि कुशल श्रमिकों और छात्रों की ऑस्ट्रेलिया वापसी इस दिशा में मील का पत्थर है. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया 1 दिसंबर से दक्षिण कोरिया और जापान के फुली वैक्सिनेटेड पर्यटकों को भी देश में आने की अनुमति देगा. ऑस्ट्रेलियाई अर्थव्यवस्था में हर साल लगभग 25 अरब डॉलर का योगदान विदेशी छात्रों का होता है. ऐसे में उनकी वापसी शिक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ा सहारा होगी. 

एक बयान में प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया सुरक्षित रूप से अपनी सीमाएं दुनिया के लिए फिर से खोलने के लिए और कदम उठा रहा है. 1 दिसंबर 2021 से, पूरी तरह से टीकाकरण किए हुए योग्य वीजा धारक यात्रा छूट के लिए आवेदन किए  बिना ऑस्ट्रेलिया आ सकते हैं. व्यवस्थाओं के तहत यात्रियों को फुली वैक्सीनेटेड होना  चाहिए. उन्हे टीकाकरण का प्रमाण दिखाने के साथ ही तीन दिन पहले की गयी नेगेटिव कोविड -19 टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी. 

ऑस्ट्रेलियाई से दिल्ली के लिए नई फ्लाइट 

इसके साथ ही ऑस्ट्रेलियाई एयरलाइंस  Qantas दिसंबर से दिल्ली को सिडनी और मेलबर्न की फ्लाइट चलाएगी. ऑस्ट्रेलिया ने मेड-इन-इंडिया कोवैक्सिन और कोविशील्ड दोनों को मंजूरी दे दी है. Qantas ने घोषणा की है कि वह 22 दिसंबर 2021 से मेलबर्न से दिल्ली के लिए एक नई फ्लाइट शुरू करेगी. नई मेलबर्न-दिल्ली उड़ान हफ्ते में चार बार संचालित होगी. इसके साथ ही फ्लाइट ब्रिस्बेन, सिडनी और कैनबरा से भी चलेंगी. मेलबर्न से दिल्ली के लिए उड़ानें शुरू में एडिलेड से संचालित होंगी, जबकि दिल्ली से मेलबर्न के लिए उड़ानें नॉनस्टॉप संचालित होंगी. हाल ही में अगले महीने से सिडनी से दिल्ली के लिए उड़ानों की घोषणा के बाद Qantas की ऑस्ट्रेलिया जाने वाली उड़ानों के लिए बुकिंग में बढ़ोत्तरी देखी गई. 

ऑस्ट्रेलिया में कई राज्य कोविड-मुक्त

कई ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय विदेशी छात्रों से चलते हैं और बॉर्डर बंद होने के कारण सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी है. दोनों देशों के बीच ट्रैवल बबल लागू होने के बाद अंतरराष्ट्रीय छात्रों का एक समूह रविवार को सिंगापुर से ऑस्ट्रेलिया पहुंचा.  बॉर्डर रुल्स, तेजी से लॉकडाउन और सख्त सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के चलते ऑस्ट्रेलिया में कोरोनोवायरस का प्रभाव कई अन्य देशों की तुलना में कम रहा.  देश में अब तक लगभग 200,000 मामले और 1,948 मौतें महामारी के चलते हुईं. देश में सोमवार को संक्रमण के 1,029 नए मामले दर्ज किए गए. ऑस्ट्रेलिया में कई राज्य और क्षेत्र या तो कोविड-मुक्त हैं या वहां बहुत कम मामले हैं. 

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