कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व करने की दौड़ जीतने के बाद ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रच दिया है. बता दें, पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन और पेनी मोर्डंट चुनाव में खड़े होने के लिए आवश्यक 100 सांसदों का समर्थन नहीं जुटा सके. गीता पर हाथ रखकर शपथ लेने वाले ऋषि सुनक भले ही भारतीय नागरिक नहीं हैं, लेकिन उनके दिल में भारत बसता है.
बता दें कि कंजर्वेटिव पार्टी में पीएम पद की उम्मीदवारी के लिए 100 सांसदों का समर्थन जरूरी था. लेकिन पेनी मोर्डंट समर्थन जुटाने में नाकाम रही. जबकि सुनक को 180 से ज्यादा सांसदों का समर्थन है.
कौन हैं भारतीय मूल के ऋषि सुनक?
ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री सुनक का जन्म 1980 में इंग्लैंड के साउथैम्प्टन जनरल हॉस्पिटल में हुआ. वे यशवीर और ऊषा सुनक की पहली संतान हैं. वह एक मध्यमवर्गीय परिवार में पले-बढ़े, उनके पिता एक डॉक्टर और उनकी मां एक फार्मासिस्ट थीं. 42 वर्षीय ऋषि सुनक ने इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से शादी की है. बचपन में ऋषि सुनक दुकान में मां की सहायता के लिए उनका हाथ बंटाते थे.
अपने चुनावी कैंपेन के दौरान उन्होंने कहा, 'मैं दुकान में काम करते हुए, दवाइयां पहुंचाता हुआ बड़ा हुआ हूं. मैंने सड़क के नीचे भारतीय रेस्तरां में वेटर के रूप में काम किया'. बता दें कि, ऋषि सुनक की पढ़ाई विनचेस्टर कॉलेज, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुई है.
अपने माता-पिता के बारे में सुनक ने बताया था कि 'मैंने अपने माता-पिता को पूरे समर्पण के साथ लोगों की सेवा करते हुए देखा है और उनकी छत्रछाया में ही मैं बड़ा हुआ हूं. सुनक को फिट रहना पसंद है, इसलिए वे अपने खाली समय में क्रिकेट-फ़ुटबॉल खेलना पसंद करते हैं और उन्हें फिल्में देखना भी पसंद है.'
सुनक के अनुसार, वो कैलिफ़ोर्निया में अपनी पत्नी अक्षता से मिले, जहां घर लौटने से पहले कई सालों तक साथ रहे. सुनक की दो बेटियां हैं, कृष्णा और अनुष्का.
भारत से है खास कनेक्शन
ऋषि सुनक का भारत से खास कनेक्शन है. उनके दादा-दादी भारत से अफ्रीका में जाकर बस गए थे. इसके बाद सुनक के पिता अफ्रीका से ब्रिटेन में जाकर बस गए. ऋषि सुनक के नाना पंजाब से तंजानिया शिफ्ट हो गए. इसके बाद उनकी मां का परिवार तंजानिया से ब्रिटेन में जाकर रहने लगा. ब्रिटेन में ही इनके माता-पिता की शादी हुई.
भगवद गीता पर शपथ लेने वाले पहले कैबिनेट मंत्री
ऋषि सुनक को जब ब्रिटेन का वित्त मंत्री बनाया गया था, तो उन्होंने भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ली थी. उस दौरान उन्होंने कहा था, 'मैं अब ब्रिटेन का नागरिक हूं. लेकिन मेरा धर्म हिंदू है. मेरी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत भारतीय है. मैं गर्व से कहता हूं कि मैं हिंदू हूं और मेरी पहचान भी हिंदू है.' अब वो ब्रिटेन के पहले हिंदू प्रधानमंत्री भी हैं.
ब्रिटेन के पीएम बनने वाले सबसे अमीर सांसद
इस साल, संडे टाइम्स ने ऋषि सुनक को यूके के सबसे धनी 250 लोगों की सूची में 222वां स्थान दिया. सुनक को हाउस ऑफ कॉमन्स में सबसे अमीर व्यक्ति कहा जाता है. सुनक के पास 7300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की संपत्ति है. जबकि रिपोर्ट का दावा है कि उनकी पत्नी अक्षता ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से अधिक धनवान हैं, जिनकी संपत्ति £430 मिलियन है.
ऐसा है राजनीतिक सफर
पहली बार साल 2015 में सांसद बने.
दूसरी बार साल 2017 सांसद बने.
थेरेसा सरकार में साल 2018 में मंत्री बने.
तीसरी बार साल 2019 में सांसद बने.
जॉनसन सरकार में साल 2019 में वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला.
साल 2022 में पीएम पद के उम्मीदवार बने.