अमेरिका में जारी किया गया ‘एक्स’ जेंडर का पहला पासपोर्ट, जानें डिटेल

अमेरिका में "X" जेंडर का पहला पासपोर्ट जारी किया गया है. 63 वर्षीय डाना ज़िम (Dana Zzyym) वह पहले व्यक्ति हैं जिन्हे ये पासपोर्ट इशू किया गया है. स्टेट डिपार्टमेंट ने जून में कहा था कि वह नॉन-बाइनरी, इंटरसेक्स और जो लोग अपना जेंडर नहीं बताना चाहते, ऐसे लोगों को थर्ड जेंडर में मार्क करने के लिए काम कर रहा है. लेकिन इसके लिए कंप्यूटर सिस्टम में जरूरी अपडेट करने के कारण समय लगेगा.

Photo: Associated Press
अपूर्वा सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 28 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 12:05 PM IST
  • 63 वर्षीय Dana Zzyym पहले व्यक्ति हैं जिन्हे पासपोर्ट issue किया गया है
  • आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट से होती है वास्तविक पहचान
  • अब उन्हें इसके लिए मेडिकल डॉक्यूमेंट दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी

समलैंगिकों के लिए अमेरिका में "X" जेंडर का पहला पासपोर्ट जारी किया गया है. 63 वर्षीय डाना ज़िम (Dana Zzyym) वह पहले व्यक्ति हैं जिन्हे ये पासपोर्ट इश्यू किया गया है. आपको बता दे, वे लोग जो खुद की पहचान पुरुष या महिला के रूप में नहीं करते है या जो जेंडर के स्थान पर और विकल्प चाहते हैं, ऐसे लोगों के लिए यह कदम एक मील के पत्थर के रूप में देखा जा रहा है. 

कौन हैं डाना ज़िम?

एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने 63 वर्षीय डाना ज़िम (Dana Zzyym) से फोन पर बात की. उन्होंने बताया कि वह 2015 से इस जेंडर न्यूट्रल पासपोर्ट के लिए राज्य से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. वह कहते हैं कि हमें पुरुष या महिला जेंडर चुनकर अपने बारे में झूठ बोलने की जरूरत नहीं है. पासपोर्ट मिलने के बाद वह काफी खुश हैं. ये कदम अगली पीढ़ी के इंटरसेक्स (Intersex) लोगों को अधिकारों के साथ पूर्ण नागरिक के रूप में मान्यता प्राप्त करने में मदद करेगा.

ज़िम कहते हैं "बात सिर्फ इतनी है कि मुझे किसी प्रकार की कोई प्रॉब्लम नहीं है. मैं एक इंसान हूं. हमें जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए.” 

सभी लोगों को होती है आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट की जरूरत

LGBTQ हकों के लिए लड़ने वाले दुनिया के सबसे बड़े संगठन ग्लाड (GLAAD) की मैरी एमिली कहती हैं कि इंटरसेक्स (Intersex), नॉन-बाइनरी (Non-Binary) और ट्रांसजेंडर (Transgender) लोगों को आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है जो बताती है कि आखिर वह कौन हैं. अगर हमारे डॉक्यूमेंट में कुछ ऐसा होगा जो हम नहीं हैं, तो इससे हमारी सुरक्षा और विजिबिलिटी के साथ समस्याएं पैदा हो सकती हैं.

एलजीबीटीक्यू अधिकारों के लिए लड़ने वाली अमेरिका की डिप्लोमेट जेसिका स्टर्न कहती हैं कि "जब किसी व्यक्ति को वो आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट मिलते हैं जिसमें उनकी वास्तविक पहचान होती है, तो वे अधिक सम्मान के साथ रहते हैं.”

अब लोग चुन सकेंगे 'X' जेंडर वाला ऑप्शन 

AP के अनुसार, स्टेट डिपार्टमेंट ने जून में कहा था कि वह नॉन-बाइनरी, इंटरसेक्स और जो लोग अपना जेंडर नहीं बताना चाहते, ऐसे लोगों को थर्ड जेंडर में मार्क करने के लिए काम कर रहा है. लेकिन इसके लिए कंप्यूटर सिस्टम में जरूरी अपडेट करने के कारण समय लगेगा. विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि "एक्स" सरनेम वाले ऑप्शन के साथ पासपोर्ट रिक्वेस्ट और सिस्टम अपडेट अभी भी मैनेजमेंट और बजट ऑफिस में अप्रूवल का इंतजार कर रहा है. 

स्टेट डिपार्टमेंट अब इच्छुक आवेदकों को पुरुष या महिला के रूप में अपने लिंग का चयन करने की अनुमति दे रहा है, अब उन्हें इसके लिए मेडिकल डॉक्यूमेंट दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

क्या है समलैंगिकता?

आसान शब्दों में समझें, तो समलैंगिक या होमोसेक्सशुअल (Homosexual) व्यक्ति वह होता है जो समान लिंग के व्यक्ति के प्रति यौन आकर्षण रखता है. यानि किसी पुरुष का पुरुष के प्रति अट्रैक्शन या किसी महिला का महिला के प्रति अट्रैक्शन. ऐसे लोगों को अंग्रेजी में ‘गे’ या ‘लेस्बियन’ कहा जाता है। अब कुछ लोग ऐसे भी हैं जो समान लिंग और विपरीत लिंग, दोनों के तरफ अट्रैक्ट होते हैं. इन सभी के लिए LGBTQ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है.


 

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