अमेरिका में आठ नवंबर 2022 को यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के लिए होने वाले मध्यावधि चुनाव की दौड़ में भारतीय मूल के पांच अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. अगर चुनावी विश्लेषकों की राय पर गौर करें तो इनकी जीतने की सौ फीसदी संभावना है. इनमें से चार उम्मीदवार एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल तो मौजूदा सांसद हैं. जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी ने फिर से चुनावी समर में उतारा है. प्रतिनिधि सभा में भारतीय अमेरिकियों के तथाकथित ‘समोसा कॉकस’में कारोबारी थानेदार भी शामिल हो सकते हैं, जो मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से चुनाव लड़ रहे हैं. थानेदार अगर निर्वाचित होते हैं तो वह बेरा, खन्ना, कृष्णमूर्ति और जयपाल के साथ संसद में पांचवें भारतीय-अमेरिकी होंगे.
राजनीतिक सफर पर एक नजर
बेरा कैलिफोर्निया की सातवीं कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से प्रतिनिधि सभा के लिए छठी बार चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं खन्ना, कृष्णमूर्ति और जयपाल लगातार चौथी बार प्रतिनिधि सभा की दौड़ में शामिल हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, यह चारों उम्मीदवार अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ पहले से मजबूत स्थिति में है और थानेदार की स्थिति भी मजबूत दिख रही है. चेन्नई में जन्मीं जयपाल (57) प्रतिनिधि सभा में निर्वाचित होने वाली पहली और इकलौती भारतीय-अमेरिकी महिला हैं. इस चुनाव में एक अन्य भारतीय-अमेरिकी मैरीलैंड राज्य में इतिहास रचने को तैयार हैं. मैरीलैंड हाउस ऑफ डेलीगेट्स की पूर्व सदस्य अरुणा मिलर डेमोक्रेटिक पार्टी के टिकट पर राज्य के लेफ्टिनेंट गवर्नर पद पर चुनाव लड़ रही हैं. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक उनका जीतना तय है. अगर ऐसा होता है तो वह मैरीलैंड में इस पद पर निर्वाचित होने वाली पहली भारतीय अमेरिकी होंगी.
राष्ट्रपति बाइडेन अपनी पार्टी की जीत के लिए जमकर कर रहे प्रचार
मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी की जीत के लिए जमकर प्रचार कर रहे हैं, दूसरी ओर पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रम्प भी प्रचार में पीछे नहीं हैं. कैलीफोर्निया, इलिनॉय, न्यू मैक्सिको और पेनसिल्वेनिया जैसे राज्यों में डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. यह चुनाव दो साल बाद होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित कर सकता है.