फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के लिए HIB वीजा दाखिल करने की प्रक्रिया आधिकारिक तौर पर 1 मार्च से शुरू होगी. इस दिन से, यूएस इमिग्रेशन एजेंसी कुशल विदेशी कामगार वीजा के लिए आवेदन स्वीकार करना शुरू करेगी. भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स भी सबसे ज्यादा इसी वीजा की मांग करते हैं.
क्या है H1B वीजा
H1B वीजा, एक गैर-आप्रवासी वीजा है जिसके तहत अमेरिकी कंपनियां विदेशी कर्मचारियों को ऐसे खास काम के लिए हायर कर सकती हैं जिनमें थियोरटीकल या टेक्निकल एक्सपर्टीज की जरूरत होती है. टेक्निकल कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस पर निर्भर करती हैं.
आवेदन करने की अंतिम तिथि
यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने कहा कि 1 अक्टूबर, 2023 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए, 1 मार्च से 17 मार्च तक H1B वीजा के लिए आवेदन स्वीकार किए जाएंगे. यह वीजा लोगों को इंजीनियरिंग, चिकित्सा और प्रौद्योगिकी जैसे विशेष क्षेत्रों में छह साल तक अमेरिका में काम करने और रहने की अनुमति देता है.
छह साल बाद, इस वीजा के जरिए यूएस में स्थायी निवास या ग्रीन कार्ड के रास्ते खुल जाते हैं.
चयन प्रक्रिया के बारे में जरूरी बातें
USCIS का कहना है कि अगर 17 मार्च तक पर्याप्त रजिस्ट्रेशन होते हैं तो रैंडम तरीके से रजिस्ट्रेशन का चयन किया जाएगा और यूजर्स के myUSCIS ऑनलाइन अकाउंट्स के माध्यम से सिलेक्शन नोटिफिकेशन भेजी जाएगी. हालांकि, अगर पर्याप्त रजिस्ट्रेशन नहीं आते हैं, तो प्रारंभिक पंजीकरण अवधि में ठीक से प्रस्तुत किए गए सभी पंजीकरणों का चयन किया जाएगा.
एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, 31 मार्च तक सभी यूजर्स को सूचित करने की योजना है. USCIS ने कहा कि वह आने वाले हफ्तों में अतिरिक्त जानकारी जारी करेगा.
हर साल मिलते हैं 85,000 H1B वीजा
हर साल 85,000 H1B वीज़ा दिए जाते हैं, जिनमें से 20,000 अमेरिकी संस्थानों से उन्नत डिग्री रखने वाले वर्कर्स के लिए अलग रखे जाते हैं. बाकी बचे 65,000 वीजा एक लॉटरी सिस्टम से दिए जाते हैं. एच1बी वीजा की बढ़ती मांग के कारण प्रक्रिया को सरल भी बनाया जा रहा है.