ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी (Ebrahim Raisi) को ले जा रहा एक हेलीकॉप्टर रविवार को जोल्फा के पहाड़ों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह घटना कथित तौर पर क्षेत्र में घने कोहरे के कारण हुई.
प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी अधिकारियों का कहना है कि हेलिकॉप्टर की पहाड़ों में 'हार्ड लैंडिंग' हुई. ईरान के गृह मंत्री अहमद वाहिदी ने बताया कि राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर तेहरान से 600 किलोमीटर दूर जोल्फा में दुर्घटनाग्रस्त हुआ.
सरकारी आईआरएनए समाचार एजेंसी के अनुसार, ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन, ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी एवं बॉडीगार्ड हेलीकॉप्टर में रायसी के साथ सफर कर रहे थे. इस दस्ते में तीन हेलिकॉप्टर थे, जिनमें से दो सही-सलामत मंजिल पर पहुंचकर लैंड हुए.
कोशिश में जुटी रेस्क्यू टीम
ईरान की रेस्क्यू टीम राष्ट्रपति को ढूंढने की कोशिश कर रही है. प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, वाहिदी ने कहा कि खराब मौसम की स्थिति के कारण ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी की बचाव टीमों के लिए उस इलाके तक पहुंचना मुश्किल हो गया है, जहां घटना हुई है. ड्रोन यूनिट भी इमरजेंसी ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं. वाहिदी का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं और बचाव दल अपना काम कर रहा है. उन्हें उम्मीद है कि रेस्क्यू टीम को जल्द सफलता हासिल होगी.
रायसी 19 मई की सुबह अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने के लिए अजरबैजान में थे. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह अरास नदी पर दोनों देशों का बनाया गया तीसरा बांध है.
सरकारी टीवी ने स्वदेश से जो तस्वीरें ब्रॉडकास्ट की हैं उनमें लोगों को राष्ट्रपति की सलामती के लिए मशहद शहर के साथ-साथ क़ोम और देश भर के अन्य स्थानों में इमाम रजा तीर्थ पर प्रार्थना करते हुए दिखाया गया है.
"राष्ट्रपति की जान जोखिम में"
ईरान के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि रायसी और विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन की जान "हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद खतरे में" थी.
नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने कहा, "हमें अभी भी आशा है लेकिन दुर्घटनास्थल से आ रही जानकारी बहुत चिंताजनक है."
63 वर्षीय रायसी को 2021 में दूसरे प्रयास में राष्ट्रपति चुना गया था. पद संभालने के बाद से उन्होंने नैतिकता कानूनों को कड़ा करने का आदेश दिया है. सरकार विरोधी प्रदर्शनों के प्रति उनका रवैया कड़ा रहा है. उन्होंने विश्व शक्तियों के साथ परमाणु वार्ता में भी कड़ी मेहनत की है.
ईरान के मजबूत नेता हैं रायसी
ईरान की दोहरी राजनीतिक व्यवस्था वहां के धर्मगुरुओं और सरकार के बीच विभाजित है. राष्ट्रपति के बजाय सर्वोच्च नेता (Ayatollah) सभी प्रमुख नीतियों पर अंतिम निर्णय लेते हैं.
कई लोग रायसी को उनके 85 वर्षीय गुरु, सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के उत्तराधिकारी के रूप में देखते हैं. खामेनेई ने भी रायसी की मुख्य नीतियों का पुरजोर समर्थन किया है.
आंतरिक मंत्री अहमद वाहिदी ने सरकारी टीवी को केवल इतना बताया कि तीन हेलीकॉप्टरों में से एक हेलीकॉप्टर बुरी तरह नीचे गिर गया था और अधिकारी अधिक जानकारी का इंतजार कर रहे हैं.