बाजवा से मीटिंग के बाद पलट गए इमरान खान, नहीं करेंगे पाकिस्तानी जनता का संबोधन...इस्तीफे पर भी चुप्पी

कई पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इमरान बुधवार शाम पाकिस्तान की जनता को संबोधित करने वाले थे, लेकिन अब वो ऐसा नहीं कर रहे हैं. इस बीच  उनके मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि वे इस्तीफा नहीं देंगे.

बाजवा से मीटिंग के बाद पलट गए इमरान खान
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 8:21 PM IST
  • इमरान दे रहे विदेशी साजिश का हवाला
  • फ्लोर टेस्ट से पहले इमरान को लगा झटका

पिछले कई दिनों से पाकिस्तान में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल पूरी दुनिया के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है. इमरान खान की सरकार के खतरे में आने के बाद ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया की नजरें पाकिस्तान की ओर हैं. इन दिनों पाकिस्तान की सरकार अल्पमत में है, और वहां 3 अप्रैल को फ्लोर टेस्ट होना है. इन सबके बीच इमरान खान ने पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल बाजवा के घर पहुंच कर उनसे मीटिंग की. बाजवा और इमरान की मुलाकात कई मायने निकाले जा रहे थे. खबर तो ये भी थी कि आज शाम इमरान पाकिस्तान की जनता का संबोधन करने वाले हैं. लेकिन अब वो ऐसा नहीं कर रहे हैं. उन्होंने देश के नाम अपने संबोधन को टाल दिया है.

इमरान दे रहे विदेशी साजिश का हवाला
इन सब के बीत इमरान ने बड़ी चाल चलते हुए पाकिस्तान की सियासत में बड़ी हलचल ला दी है. इमरान इन हालातों का पूरा जिम्मेदार विदेशी साजिशों को मान रहे हैं. दरअसल इमरान अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उनका यह भी कहना है कि वे जल्द ही इसका खुलासा करेंगे. 

फ्लोर टेस्ट से पहले इमरान को लगा झटका
कई पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इमरान बुधवार शाम पाकिस्तान की जनता को संबोधित करने वाले थे, लेकिन अब वो ऐसा नहीं कर रहे हैं. इस बीच  उनके मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि वे इस्तीफा नहीं देंगे. उम्मीद ये भी जताई जा रही है कि वो इमरजेंसी जैसा कोई चकित करने वाला कदम उठा सकते हैं. दरअसल इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित करने का ऐलान तब किया जब फ्लोर टेस्ट से पहले उन्हें बड़ा झटका लगा. MQM के 2 मंत्रियों ने इमरान की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. वैसे तो MQM इमरान खान की सरकार में सहयोगी पार्टी थी, लेकिन बुधवार को ही MQM ने विपक्षी पार्टियों से समझौता कर लिया.

कितने वोटों से गिरेगी सरकार?
गौरतलब है कि पाकिस्तान की असेंबली में कुल 342 सदस्य हैं. ऐसे में बहुमत के लिए इमरान को 172 सदस्यों की जरूरत है. लेकिन MQM के इमरान खान का साथ छोड़ने के बाद विपक्ष के पास 177 सदस्यों का समर्थन हो जाएगा. जबकि इमरान के पास केवल 164 सदस्य ही बचेंगे.


 

 

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