भारतीय महिला की दिलेरी से बची इजरायली बुजुर्ग की जान, 4 घंटे तक दरवाजा पीटते रहे हमास के आंतकी लेकिन दीवार की तरह दरवाजे पर अड़ी रहीं सविता

7 अक्टूबर को हमले के दिन सविता एक घर में थीं. तभी आतंकियों ने हमला कर दिया. इसके बाद सविता ने किस सूझबूझ और हिम्मत से आतंकियों से लड़ाई की, इस रोंगटे खड़ी कर देने वाली घटना का जिक्र खुद सविता ने एक वीडियो के जरिए किया है.

Israel Hamas War
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 17 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 7:08 PM IST

7 अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर हमला किया, जिसके बाद इजरायल की सेना ने हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है. इस जंग में अब तक इजरायल के करीब 1400 लोग, गाजा के 2808 लोग और वेस्ट बैंक के 57 लोग मारे गए हैं. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनकी सरकार हमास का खात्मा करने के लिए तैयार है. एक तरफ इजरायल के लोग अपनी जान बचाने के लिए बंकरों और शेल्टरों का सहारा ले रहे हैं, वहीं एक भारतीय महिला ने आतंकियों से लड़कर ऐसी मिसाल पेश की है कि सुनकर आप भी उसकी हिम्मत की दाद देंगे. 

दरअसल इजरायल में बड़ी संख्या में भारतीय लोग काम करते हैं. केरल की रहने वाली सविता ने आतंकी हमले के बीच बहादुरी की मिसाल पेश की है. 7 अक्टूबर को हमले के दिन सविता एक घर में थीं. तभी आतंकियों ने हमला कर दिया. इसके बाद सविता ने किस सूझबूझ और हिम्मत से आतंकियों से लड़ाई की. रोंगटे खड़ी कर देने वाली घटना का जिक्र खुद सविता ने एक वीडियो के जरिए किया है.

इजरायल में केयर टेकर का काम करती है सविता

सविता नाम की महिला इजरायल में बुजुर्ग महिला के लिए केयर टेकर का काम करती है. जब हमास के आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया उस वक्त सविता नाइट शिफ्ट में थीं और रेस्ट के लिए जाने वाली थीं. करीब 6:30 बजे अचानक तेज आवाज में सायरन बजने लगा. लोग चारों तरफ भागने लगे. सायरन लगातार बज रहा था और लोगों को शेल्टर होम जाने का निर्देश दिया जा रहा था.

आतंकी पीटते रहे दरवाजा...

इसी बीच बुजुर्ग महिला की बेटी का फोन आया और उसने सविता को आगे और पीछे का दरवाजा बंद करने को कहा. सविता बताती हैं... हमें समझ नहीं आ रहा था क्या करें. दरवाजा बंद था लेकिन गोली बमबारी की आवाज से डर बढ़ता जा रहा था. कुछ देर बाद ही आतंकियों ने उस बुजुर्ग महिला के घर पर हमला कर दिया. आतंकी लगातार फायरिंग कर रहे थे. शीशे तोड़ रहे थे. खुद को और बुजुर्ग महिला को बचाने के लिए सविता जितना कर सकती थीं उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी.

4 घंटे तक दरवाजे का हैंडल पकड़ कर खड़ी रही सविता

सविता लगातार साढ़े चार घंटे तक दरवाजे का हैंडल पकड़ कर खड़ी रहीं. आतंकी तेजी से दरवाजे पर धक्का दे रहे थे और फायरिंग कर रहे थे. आतंकियों ने दरवाजे को तोड़ने की पूरी कोशिश की लेकिन सविता ने भी हिम्मत नहीं हारी और वे दरवाजे को पकड़कर खड़ी रहीं. इस तरह एक भारतीय महिला की सूझबूझ से बुजुर्ग इजराइल महिला की जान बच पाई. बाद में पता चला कि इजरायल पर हमास ने हमला कर दिया है.

 

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