पुराने समय से ही पुरातत्व के माध्यम से कई बाइबिल स्थलों की पहचान की गई है. ये स्थान बहुत ज्यादा ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखते हैं. पुरातत्वविदों ने जो स्थल खोजे वे सभी अपनी प्राकृतिक अवस्था में थे. लेकिन इन स्थलों की लोकेशन के बारे में पब्लिक में ज्यादा नहीं बताया गया. हालांकि, अब 2000 साल बाद पहली बार एक ऐतिहासिक स्थल को लोगों के लिए खोला जा रहा है.
इज़राइल एंटिक्विटीज़ अथॉरिटी, इज़राइल नेशनल पार्क्स अथॉरिटी और सिटी ऑफ़ डेविड फाउंडेशन ने घोषणा की है कि ईसाइयों और यहूदियों के लिए खास एक स्थल, Pool of Siloam (सिलोम का पूल) को आम लोगों के लिए खोला जाएगा.
क्या है Pool of Siloam
आपको बता दें कि Pool of Siloam कथित तौर पर वह स्थान है जहां यीशु ने चमत्कारिक रूप से एक अंधे व्यक्ति को ठीक किया था. सिलोम का पूल यरूशलेम में डेविड पुरातात्विक स्थल के शहर के दक्षिणी भाग में स्थित है. इज़राइल एंटिक्विटीज अथॉरिटी ने फेसबुक पर इसके बारे में शेयर किया.
उन्होंने लिखा कि डेविड शहर के दक्षिणी छोर पर और जेरूसलम वॉल्स नेशनल पार्क के भीतर स्थित सिलोम का पूल, राष्ट्रीय और विश्वव्यापी महत्व का एक पुरातात्विक और ऐतिहासिक स्थल है. बाइबिल के अनुसार, पूल पहली बार 8वीं सदी में लगभग 2,700 साल पहले राजा हिजकिय्याह के शासनकाल में, जेरूसलम की जल प्रणाली के हिस्से के रूप में बनाया गया था.
यीशु ने दी आंखों की रोशनी
सिलोम के पूल के पीछे की कहानी बहुत ही दिलचस्प है. एक प्रचलित लोककथा है कि यीशु ने एक जन्म से अंधे आदमी को ठीक करने से पहले इस पूल में भेजा था. लोगों के बीच एक सरल धारणा यह है कि यीशु ने पहले उस आदमी की आंखों पर मिट्टी लगाई और फिर इसे पूल में जाकर धोने के लिए कहा. उस आदमी ने ऐसा ही किया और इसके बाद उसकी आंखों की रोशनी वापस आ गई.
यह लोककथा इस सिलोम के पूल को ईसाइयों के साथ-साथ यहूदियों के लिए एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल बनाती है. अब तक, पूल के एक छोटे हिस्से को ही जनता के लिए सुलभ बनाया गया है. हालांकि, पूरी साइट का पता चलने के बाद पूल का ज्यादातर हिस्सा खोला जाएगा.