चीन और ताइवान के बीच जारी टकराव के बीच अमेरिका ने बड़ा कदम उठाया है. अमेरिका और जापान ने ताइवान के विवादित द्वीप के नजदीक अस्थायी सैन्य बेस बनाने का फैसला लिया है. जापान की क्योदो न्यूज एजेंसी ने गुरुवार को जापानी सरकार के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है.
ताइवान पर दबाव बनाता रहा है चीन
बता दें कि चीन, ताइवान पर अपना दावा जताता रहा है और पिछले 2 साल में कई बार सैन्य और राजनीतिक दबाव बना चुका है. इसे लेकर अमेरिका समेत दुनिया के कई देश चिंता जता चुके हैं. ताइवान की सरकार की तरफ से यह भी कहा जा चुका है कि वे शांति चाहते हैं लेकिन अपनी रक्षा के लिए कड़े कदम उठाने से नहीं चूकेंगे.
क्या है पूरा प्लान ?
जानकारी के मुताबिक, इस प्लान के तहत अमेरिका की मरीन कॉर्प्स नान्सेई आयलैंड पर अस्थायी सैन्य अड्डा बनाएंगे . यह आयलैंड , जापान और ताइवान से लगते विवादित क्युशु आइलैंड के नजदीक है. न्यूज एजेंसी क्योदो के मुताबिक, जापान और अमेरिका इस बेस पर सैनिकों की तैनाती भी करेंगे. जापान की सेना इस बेस पर हथियार और फ्यूल समेत ज़रूरी चीजें मुहैया करवाएगी.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, जापान और अमेरिका अगले साल के शुरुआत में विदेश और रक्षा मंत्रालय के बीच होने वाली 2+2 मीटिंग में इस समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. हालांकि, जापान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है.
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