Jerome Foster II: 16 की उम्र में पर्यावरण के लिए शुरू किया आंदोलन, 18 की उम्र में बने बाइडेन के सलाहकार, जानिए कौन हैं जेरोम फॉस्टर

जब जेरोम की उम्र सिर्फ 16 साल थी तब वह अपनी ही जैसी एक बच्ची से प्रेरित हुए. उसका बच्ची का नाम था ग्रेटा थनबर्ग. ग्रेटा की तरह ही जेरोम ने भी अपने देश के राष्ट्रपति के आवास के सामने प्रोटेस्ट करना शुरू किया. और आज वह उसी व्हाइट हाउस के अंदर राष्ट्रपति के सलाहकार बन गए हैं.

जेरोम फॉस्टर (Photo/Getty Images)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 21 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 1:20 PM IST

अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में रहने वाले 22 साल के जेरोम फॉस्टर ने पर्यावरण संरक्षण की अपनी लड़ाई एक स्टूडेंट के तौर पर शुरू की थी. लेकिन आज वह देश के कई युवाओं के लिए मिसाल बनते जा रहे हैं. एक स्कूली छात्र के तौर पर अपने संघर्ष की शुरुआत करने वाले जेरोम आज अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के सलाहकार हैं. लेकिन उनके लिए यह संघर्ष यहां खत्म नहीं, बल्कि शुरू हुआ है. 

कैसे शुरू हुआ जेरोम का सफर?
जेरोम फॉस्टर का जन्म 9 मई 2002 को वाशिंगटन डी.सी. में उनकी मां रेने फॉस्टर और पिता जेरोम फॉस्टर सीनियर के यहां हुआ. उन्होंने वाशिंगटन लीडरशिप अकैडमी हाई स्कूल से जून 2020 में ग्रैजुएशन की. साल 2019 में ग्यारहवीं कक्षा की गर्मियों के दौरान हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भाग लेने के लिए राज्य शिक्षा अधीक्षक के डी.सी. कार्यालय द्वारा चुना गया था. ग्रैजुएशन के बाद उन्होंने पेस यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की.

ये तो थीं उनके जीवन से जुड़ी बातें. लेकिन उन्हें खास कुछ और बनाता है. प्राकृतिक आपदाओं और क्लाइमेट चेंज (Climate Change) से जूझ रही दुनिया में बड़े हुए फोस्टर ने 16 साल की उम्र में अपने जीवन में एक अहम मोड़ लिया. वह कई बार स्कूल छोड़कर क्लाइमेट चेंज आइकन ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) के साथ सहयोग करने के लिए व्हाइट हाउस (White House) के सामने हड़ताल करने लगे थे. 
 

जेरोम 2018 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक में भी शामिल हुए थे. (Photo/Wikimedia Commons)

मुट्ठी भर छात्रों के साथ शुरू हुई यह पहल देखते ही देखते एक वैश्विक आंदोलन में तब्दील हो गई. टाइम डॉट कॉम के साथ एक खास बातचीत में जेरोम बताते हैं, “हमने यह ठाना कि हमारी पीढ़ी यह काम संभालेगी. अगर हमारे राजनेता और हमारी संस्थाएं जरूरी कदम नहीं उठाएंगी तो हम सड़कों पर उतरेंगे." 

18 की उम्र में बने बाइडेन के सलाहकार
पर्यावरण संरक्षण के लिए जेरोम का यही जज़्बा उन्हें देखते ही देखते नई ऊंचाइयों पर ले गया. मार्च 2021 में महज 18 साल की उम्र में उन्हें राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Jo Biden) के पर्यावरण न्याय सलाहकार परिषद (Environmental Justice Advisory Council) में शामिल कर लिया गया. उस समय वह इस परिषद के और व्हाइट हाउस के इतिहास में राष्ट्रपति सबसे युवा सलाहकार बने. 

पिछले तीन सालों में जेरोम ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अपना जज़्बा कम नहीं होने दिया है. उन्होंने 'अमेरिकन क्लाइमेट कॉर्प्स' लॉन्च करने में अहम भूमिका निभाई है. इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य युवाओं को स्वच्छ-ऊर्जा (Clean Energy और जलवायु-संरक्षण (Climate Protection) से जुड़ी नौकरियों में नियुक्त करना है. 

जेरोम का सारा ध्यान अब एक ऐसा भविष्य बनाने पर है जहां आने वाली पीढ़ी को एक संरक्षित पर्यावरण दिया जा सके. वह एक ऐसी दुनिया की कल्पना करते हैं जहां स्वच्छ हवा और पानी विशेषाधिकार नहीं बल्कि हर इंसान का मूलभूत अधिकार है.

वह कहते हैं, "आने वाले पांच या 10 सालों में मैं चाहता हूं कि युवा अश्वेत लड़कियां और लड़के अपने पास मौजूद मौकों को पहचानें. अगर आप नस्लीय न्याय के लिए लड़ रहे हैं तो आप आने वाली पीढ़ी के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं. ये सब क्लाइमेट चेंज से जुड़ा हुआ है." 

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