Jonestown Mass Suicide: आज के दिन ही गुयाना में धर्मगुरू के इशारे पर 900 से ज्यादा लोगों ने की थी सामूहिक आत्महत्या, जानिए जिम जोन्स की कहानी

Mass Suicide: अमेरिका के इतिहास का सबसे दर्दनाक दिन था 18 नवंबर 1978, जब गुयाना में 900 से ज्यादा लोगों ने एक साथ आत्महत्या की और इस मास सुसाइड के पीछे बस एक शख्स का हाथ था.

Jim Jones (Photo: Wikipedia)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 18 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:07 PM IST
  • गुयाना के जंगलों में जिम ने जोंसटाउन बसाया
  • एक धर्मगुरु 914 हत्याओं का कारण बना

लगभग 118,000 लोगों का घर, जॉर्जटाउन गुयाना के कई शहरों में से एक है. अक्सर इसे कैरेबियन की गार्डन सिटी कहा जाता है. लेकिन दुख की बात यह है कि इस शहर का नाम कोई याद नहीं करना चाहता. क्योंकि सालों पहले यहां 909 लोगों ने एक साथ आत्महत्या की और वह भी एक धर्मगुरु के उकसाने पर. 

यह कहानी है इतिहास के उस दर्दनाक दिन की, जब एक धर्मगुरु 914 हत्याओं का कारण बना. जिसका नाम थी जिम जोन्स, वह खुद को भगवान कहता था. यह घटना 18 नवंबर 1978 को घटी और आज भी अमेरिका के लोग इस दिन को याद करके सहम जाते हैं. 

आखिर कैन था जिम जोन्स
इंडिआना के क्रेटे में 13 मई 1931 को जिम जोन्स का जन्म हुआ. जिम ने जबसे होश संभाला वह खुद को भगवान मानता था. उसकी विचारधारा समाजवाद की थी. धीरे-धीरे उसने अपना कल्ट बनाने की शुरुआत की. पहले वह कैलिफोर्निया में अपनी गतिविधियां कर रहा था लेकिन जब यहां बात नहीं बनी तो यहां से भागकर जिम गुयाना पहुंचा. 

बताते हैं कि एक कल्ट लीडर बनकर, जिम ने 1956 में पीपल्स टेंपल ऐग्रीकल्चरल प्रॉजेक्ट शुरू किया. धीरे-धीरे लोग उससे जुड़ने लगे और देखते ही देखते हजारों लोग उसके अनुयायी बन गए. गुयाना के जंगलों में जिम ने जोंसटाउन बसाया. इस जगह का दुनिया के दूसरे लोगों से कोई संपर्क नहीं था. 

जोंसटाउन के लोगों का आपबीती
जिम का कल्ट इतना बढ़ चुका था कि वह लोगों पर जोन्सटाउन के लोगों पर शासन करने लगा. लोग जिम से प्रभावित होकर अपने शहर छोड़ आए और इसी टाउन में रहने लगे. कुछ सालों में हजारों लोग यहां के निवासी हो गए. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि जिस जगह को वे भगवान का घर समझ रहे हैं वह नरक से कम नहीं.

बहुत समय बाद जोंसटाउन से भागकर आए लोगों ने अपनी आपबीती सुनाई. बताया जाता है कि जोंसटाउन में लोगों से दिनभर काम कराया जाता था. कोई इस टाउन से कोई भाग न जाए, इसकी कड़ी निगरानी रखी जाती थी. लोगों के बच्चों को ढाल बनाकर वह उनके माता-पितासे काम करवाता था. यहां लोग बंधक थे. 

अमेरिका तक पहुंची खबर 
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोग टाउन से भागने की कोशिश करने लगे. और सालों बाद किसी तरह दो दंपति यहां से भाग निकले. उन्होंने अमेरिकी सरकार को जोंसटाउन में चल रहे उत्पीड़न के बारे में बताया. अमेरिकी सरकार ने 17 नवंबर, 1978 में अपने सांसद लियो रेयान को जोंसटाउन में मुआयने के लिए भेजा. 

बताया जाता है कि जिम की पत्नी ने रेयान को खुद पूरे टाउन में घुमाया था. लेकिन इस दौरान उनके साथ आए एक प्रतिनिधि को किसी ने चिट्ठी देकर मदद की गुहार लगाई. जिम को जैसे ही इस बारे में पता चला उसने सांसद और उनकी टीम पर हमला करवा दिया. टाउन से निकलने में वह कामयाब रहते हैं लेकिन हेलिकॉप्टर तक पहुंचते ही उनकी हत्या कर दी जाती है. 

कराया मास सुसाइड
सांसद की हत्या के बाद अमेरिका में मचने वाली खलबली का अंदेशा जिम को था. ऐसे में, जिम ने टाउन के सभी लोगों को मैदान में इकठ्ठा किया और उन्हें डराया कि अमेरिका उन पर हमला करने जा रहा है. अमेरिका की सरकार उनके बच्चों को मार डालेगी. जिम ने लोगों को जहर पीने के लिए उकसाया. 900 से ज्यादा लोगों ने सायनाइड मिला जूस पीकर अपनी जान दे दी. 

हालांकि, बाद में पता चला कि उसी दिन जिम ने और 5 लोगों की हत्या करवाई थी. बहुत से लोगों को उसने जबरदस्ती जहर पिलवाया. जोन्सटाउन मास सुसाइड की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई थी, जिसे सुनकर लोगों की रूह कांप गई.  जिन 909 लोगों ने आत्महत्या की या जिनकी जिम ने हत्या की, उनमें 304 बच्चे भी शामिल थे. इसके बाद जिम ने अपने साथी से कहकर खुद को गोली मरवा ली. यह अमेरिका के इतिहास की सबसे दर्दनाक कहानी है. 

 

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