Marie Tussaud Birth Anniversary: मोम के पुतलों के लिए मशहूर है मैडम तुसाद म्यूजियम, इसकी शुरुआत करने वाली मैरी की कहानी जानिए

मैडम तुसाद म्यूजियम की स्थापना 1835 में मोम शिल्पकार मैरी तुसाद ने की थी. उनका असली नाम मैरी ग्रोशॉल्ट्ज था. शादी के बाद वो मैडम तुसाद के नाम से मशहूर हुईं. मैरी के पैदा होने के दो महीने पहले ही उनके पिता की मौत हो गई थी.

Marie Tussaud founded Madame Tussauds Museum in 1835 (Photo/Wikipedia)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:58 AM IST

मोम से रचे संसार में दुनिया की मशहूर हस्तियों की मूर्तिया हैं. ये पुतले असली इंसान की तरह लगते हैं. इस रोचक जगह को मैडम तुसाद म्यूजियम कहा जाता है. दुनियाभर में कई शहरों में मौजूद इस म्यूजियम को बनाने वाले की कहानी भी कम रोचक नहीं है. इस म्यूजियम की स्थापना मैडम तुसाद ने की थी. उनका नाम मैरी ग्रोशॉल्ट्ज था. चलिए आपको मैडम तुसाद की कहानी बताते हैं.

पैदा होने से पहले पिता की मौत-
मैरी ग्रोशॉल्ट्ज यानी मैडम तुसाद का जन्म एक दिसंबर 1961 को फ्रांस के स्ट्रॉसबर्ग में हुआ था. उनके पैदा होने के 2 महीने पहले ही उनके पिता जोसेफ ग्रोशॉल्ट्ज की युद्ध में मौत हो गई. जब वो 6 साल की थीं तो उनकी मां एन्ना मैरी वाल्डर उसे स्विट्जरलैंड के बर्न शहर ले गईं. मैरी की मां एन्ना डॉक्टर फिलिप कर्टियस के घर में काम करती थीं. मैरी डॉक्टर को अंकल कहती थी. डॉक्टर फिलिप मोम के पुतले बनाते थे. उनको देखकर मैरी को भी मोम के पुतले बनाने का शौक हो गया. डॉ. फिलिप ने ही शुरुआत में मैरी को मोम के पुतले बनाने का हुनर सिखाया.

राज परिवार तक पहुंची मैरी की शोहरत-
साल 1765 में डॉ. फिलिप पेरिस चले गए. कुछ समय बाद मैरी भी अपनी मां के साथ पेरिस चली गईं. साल 1778 में मैरी ने पहली बार मोम का पुतला बनाया. उस समय उनकी उम्र 15 या 16 साल थी. धीरे-धीरे मैरी की शोहरत बढ़ने लगी. जल्दी ही उनकी ख्याति राजा लुई XVI की बहन एलिजाबेथ तक पहुंच गई. एलिजाबेथ ने उनको अपने महल में रहकर इस कला को आगे बढ़ाने के लिए बुलाया. मैरी ने राज परिवार के सभी सदस्यों के पुतले बनाए.

1835 में खोला पहला म्यूजियम-
साल 1835 में मैरी लंदन चली गईं. जगह-जगह उन्होंने अपने काम की नुमाइश की. साल 1835 में लंदन की बेकर स्ट्रीट में अपना पहला स्थाई म्यूजियम खोला, जो बाद में मेरिलबोन रोड पर चला गया. अब ये म्यूजियम मैडम तुसाद वैक्स म्यूजियम नाम मशहूर है. साल 1850 में 16 अप्रैल को मैडम तुसदा का निधन हो गया.

म्यूजियम में मशहूर हस्तियों के पुतले-
मैडम तुसाद म्यूजियम की शाखाएं दुनिया के तमाम बड़े शहरों में हैं. इसमें एम्स्टर्डम, बर्लिन, वियना, प्राग, लास वेगास, न्यूयॉर्क, हांगकांग, शंघाई, टोक्यो, सिडनी, सिंगापुर, दुबई और दिल्ली शामिल हैं. इसमें दुनियाभर की मशहूर हस्तियों के पुतले लगे हुए हैं. दिल्ली वाले मैडम तुसाद म्यूजियम में पीएम नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन, मेरी कॉम, रोनाल्डो क्रिस्टियानो, लेडी गागा और माइकल जैक्सन जैसी हस्तियों के पुतले लगे हुए हैं.

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