Youngest teacher of UK: महज 17 साल का है ब्रिटेन का सबसे युवा टीचर, 10-13 साल के बच्चे हैं इसके स्टूडेंट... जानिए कौन हैं Edvin Zuckovs

ज़ुकोव्स के टीचर बनने का सफर 2021 में शुरू हुआ जब कार्लटन रोड अकैडमी में एक भाषण के बाद स्कूल ने उन्हें टीचर क्वालिफिकेशन प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया. तीन साल बाद न सिर्फ ज़ुकोव्स एक टीचर हैं बल्कि बच्चों को जीवन में गोल निर्धारण और व्यक्तिगत सफलताओं पर दिशा दिखा रहे हैं.

Edvin Zuckovs (Photo: X/edvinzuckovs)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:01 PM IST
  • 16 साल में टीचर बन गए थे ज़ुकोव्स
  • टीचिंग के साथ वर्कशॉप भी करते हैं लीड

ब्रिटेन की लिंकनशर काउंटी के रहने वाले एडविन ज़ुकोव्स (Edvin Zuckovs) महज 17 साल में अपने देश के सबसे युवा टीचर बनकर दुनियाभर से लोगों की वाहवाही का केंद्र बन गए हैं. ज़ुकोव्स ने 16 साल की उम्र में स्थानीय स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था. अब वह 10 से 13 साल के बच्चों को 'पीएसएचई' (Personal, Social, Health, and Economic) की पढ़ाई पढ़ा रहे हैं. 

मुफ्त में दे रहे हैं बच्चों को शिक्षा 
ज़ुकोव्स ब्रिटेन के कानून के अनुसार आधिकारिक टीचर ट्रेनिंग तब तक नहीं ले सकते जब तक वह 18 साल के नहीं हो जाते. इसलिए फिलहाल वह मुफ्त में बच्चों को पढ़ा रहे हैं. ज़ुकोव्स की योजना है कि वह आगे चलकर टीचर ट्रेनिंग का डिप्लोमा हासिल करने के लिए अपने इस अनुभव का फायदा उठाएंगे. ज़ुकोव्स हर सप्ताह स्कूलों में तीन घंटे बिताते हैं. सिर्फ यही नहीं, वह हफ्ते में चार घंटे बच्चों को इंग्लिश और मैथ का ट्यूशन भी देते हैं. 

कैसे बने टीचर?
ज़ुकोव्स ने 2021 में यंग लाइफ: एन्जॉय लाइफ व्हेन यू कैन (Young Life: Enjoy Life When You Can) नाम की किताब प्रकाशित की थी. ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के लेखक के तौर पर उन्हें नवंबर 2021 में कार्लटन रोड अकादमी में भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया था. कार्लटन रोड अकैडमी ने महज 14 साल की उम्र में उन्हें 2023 तक स्कूल के साथ एक क्वालिफिकेशन प्रोग्राम करने के लिए आमंत्रित किया. यह प्रोग्राम ब्रिटेन के 'एएस' (Advanced Subsidiary) स्तर के बराबर था. और इसका काम था ज़ुकोव्स को एक असिस्टेंट टीचर बनाना. 
 

Edvin Zuckovs (Photo: X/EdvinZuckovs)

इस प्रोग्राम को पूरा करने के बाद ज़ुकोव्स एक टीचिंग असिस्टेंट बन गए हैं. वह पूरी कक्षाओं को पढ़ाते भी हैं और जरूरत पड़ने पर छोटे-छोटे समूहों को भी मैनेज करते हैं. ज़ुकोव्स स्कूलों में मासिक सभाओं में बच्चों को जीवन में गोल निर्धारण और व्यक्तिगत सफलताओं का सबक सिखाते हैं. वह 16 साल की उम्र में यूरोपीय देश लिथुआनिया में भी एक स्कूल में लेक्चर दे चुके हैं. 

सिर्फ टीचर नहीं, स्टूडेंट भी 
मज़ेदार बात यह है कि ज़ुकोव्स सिर्फ एक टीचर नहीं बल्कि एक स्टूडेंट भी हैं. वह फिलहाल स्कूल में अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं. जहां वह इंग्लिश, मैथ, बायोलॉजी, केमिस्ट्री फ़िज़िक्स, रूसी, जर्मन, इतिहास, व्यवसाय और भूगोल की पढ़ाई कर रहे हैं. उनका कहना है कि उनका लक्ष्य बाकी युवाओं को प्रेरित करना और उन्हें यह दिखाना है कि वे कम उम्र में ही अपने जीवन पर पॉजिटिव असर डालने वाले फैसले ले सकते हैं. वह युवाओं को दिखाना चाहते हैं कि हम आज जो भी करते हैं, वह हमारे भविष्य को आकार देता है. 

ब्रिटेन की द मिरर वेबसाइट के अनुसार, एडविन कहते हैं, "काम तो बहुत ज्यादा है. मैं अकसर व्यस्त रहता हूं. इसमें बहुत कुछ बैलेंस करना पड़ता है. इसमें बहुत कुछ है जैसे रिपोर्ट तैयार करना और मार्किंग करना, लेकिन इसे मैनेज किया जा सकता है. मैं एक अंशकालिक शिक्षक के तौर पर काम कर रहा हूं. अपने स्कूल के शेड्यूल के अनुसार सप्ताह में कुछ घंटे बिताना मेरी अपनी शिक्षा के लिए फायदेमंद है. जो काम आप अभी करते हैं वे भविष्य में मायने रखती हैं. 

वह कहते हैं, "अपने से कम उम्र के बच्चों की खुद को ढूंढने में मदद करके और उन्हें प्रेरित होते देखकर लगता है कि मैं अपना काम कर रहा हूं. मैं खुद भी कम उम्र में ये काम कर रहा हूं. मुझे लगता है कि इससे उनकी आंखें थोड़ी और खुल जाती हैं. भले ही आप युवा हों, अगर आपको खुद पर विश्वास है तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं."
 

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