Monkeypox outbreak: कोरोना वायरस के बाद दुनिया के कई देशों से मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं. इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी अलर्ट जारी कर दिया है. हाल ही में दी गई चेतावनी में WHO ने कहा कि मंकीपॉक्स के संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना की तरह किसी वैक्सीनेशन प्रोग्राम की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन इस वायरस को रोकने के लिए यौन संबध बनाते वक्त साफ सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी है
मंकीपॉक्स के लिए वैक्सीनेशन जरूरी नहीं
बता दें कि अमेरिका के CDC ने मंकीपॉक्स संक्रमण के कतरे को देखते हुए WHO से JYNNEOS वैक्सीन के लिए कहा था. लेकिन WHO ने बताया कि फिलहाल मंकीपॉक्स से बचाव के लिए वैक्सीन की सप्लाई और एंटी वायरल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है.
मंकीपॉक्स का पहला केस अमेरिका में 18 मई को सामने आया था. इस शख्स ने कनाडा की यात्रा की थी. बता दें कि अमेरिका में मंकीपॉक्स के खतरे को रोकने के लिए वैक्सीन भी लगाई जा रही है, इसमें 18 साल से ज्यादा उम्र के लोग शामिल हैं. वहीं कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम और एचआईवी से के मरीजों का भी वैक्सीनेशन किया जा रहा है.
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, अमेरिका और यूरोप में उन लोगों में बड़ी संख्या में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं जिनका अफ्रीका यात्रा का कोई इतिहास नहीं है. डब्ल्यूएचओ ने ये भी कहा है कि अभी तक वायरस के म्यूटेट होने या फैलने के कोई सबूत हमें नहीं मिले हैं.