Pakistan: मियांवली एयरबेस पर फिदायीन हमला, गोलियोंं और बमों की आवाज से गूंजा इलाका, 3 लड़ाकू विमानों को जलाया, इस आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी

Paksitan Airforce Base Attack: पाकिस्तानी एयरफोर्स के बेस पर आत्मघाती हमलावरों ने शनिवार को हमला कर दिया. इसमें कई सैन्यकर्मियों के हताहत होने की खबर है. हमले की जिम्मेदारी आंतकी संगठन तहरीक-ए-जिहाद ने ली है. पाकिस्तानी सेना ने बताया है कि उसने आतंकी हमले को नाकाम करते हुए 6 आतंकियों को मार गिराया है.

पाकिस्तानी एयरफोर्स के बेस पर आत्मघाती हमला ( Image Source : X )
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 1:29 PM IST
  • वायु सेना ने जवाबी गोलीबारी में आतंकवादियों को मार गिराया
  • हमलावरों ने एयरबेस में घुसने के लिए सीढ़ियों का किया इस्तेमाल 

आतंकवाद का प्रयाय बन चुके पाकिस्तान में शनिवार को फिर बड़ा आतंकवादी हमला हुआ. हथियारों से लैस कई आतंकवादी पंजाब प्रांत स्थित मियांवाली एयरबेस में घुस गए. आतंकवादियों ने तीन लड़ाकू विमानों को जला दिया. हमले में कई सैन्यकर्मियों के हताहत होने की खबर है. तहरीक-ए-जिहाद नाम के आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.

पाकिस्तानी सेना ने क्या कहा
पाकिस्तानी सेना (ISPR) इस हमले को लेकर बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है, '4 नवंबर, 2023 को तड़के पाकिस्तान वायु सेना का मियांवाली ट्रेनिंग एयर बेस एक असफल आतंकवादी हमले को कोशिश की है. सैनिकों की ओर से तत्काल की गई जवाबी कार्रवाई से हमले को नाकाम कर दिया गया जिससे कर्मियों और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई.

सुरक्षाकर्मियों ने असाधारण साहस का परिचय देते हुए 3 आतंकवादियों को बेस में घुसने से पहले ही मार गिराया गया, जबकि बचे हुए आतंकवादियों को सैनिकों द्वारा घेर लिया गया. पाकिस्तानी सेना ने बताया है कि उसने आतंकी हमले को नाकाम करते हुए 6 आतंकियों को मार गिराया है. इसके साथ ही सेना ने बताया है कि आतंकियों की खिलाफ ऑपरेशन खत्म हो गया है. सेना के बयान के मुताबिक, 'हालांकि हमले के दौरान पहले से ही ज़मीन पर खड़े तीन लड़ाकू विमानों और एक ईंधन बाउज़र को नुकसान पहुंचा है. क्षेत्र को पूरी तरह से खाली कराने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया गया.

एयरबेस में कैसे घुसे आतंकी
कहा जा रहा है कि आतंकवादियों ने मियांवाली में पाकिस्तान एयरबेस की तारबाड़ वाली दीवारों को पार करने के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल किया और फिर अंदर घुसकर हमला शुरू कर दिया और कई बम धमाकों को भी अंजाम दिया. आपको बता दें कि मियांवाली वही एयरबेस है जहां इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थकों ने हमला कर दिया था. इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने एयरबेस के बाहर एक विमान के ढांचे को आग भी लगा दी थी.

टीजेपी ने ली जिम्मेदारी
तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) के प्रवक्ता मुल्ला मुहम्मद कासिम ने मियांवाली के एयरबेस पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है और दावा किया है कई आत्मघाती हमलावर भी इसमें शामिल हैं. स्थानीय निवासियों ने हमले की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो फुटेज पोस्ट किए हैं. आतंकवादी समूह ने यह भी दावा किया है कि उसने बेस पर मौजूद एक टैंक को भी नष्ट कर दिया है. तहरीक-ए-जिहाद पहले चमन, बोलान, स्वात के क्षेत्र कबल और लकी मरूत में हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है.

तहरीक-ए-जिहाद संगठन क्या है 
तहरीक-ए-जिहाद (टीजेपी) एक आतंकी संगठन है. इसका गठन पाकिस्तान के खिलाफ जिहाद छेड़ने के लिए किया गया था, जिसका उद्देश्य देश को एक इस्लामिक राज्य में बदलना है. कहा जाता है कि इसका संबंध तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या अल-क़ायदा से भी हो सकता है. टीजेपी अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा बनाए गए शरिया कानून का समर्थन करता है. इस समूह का मानना है कि सशस्त्र व्यवस्था लागू करना संभव नहीं है.

मियांवाली एयरबेस
एमएम आलम एयरबेस मियावली, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है. यह पाकिस्तानी एयरफोर्स के नॉर्दर्न एयर कमांड के अंतर्गत आता है. मियांवाली में द्वितीय विश्व युद्ध की एक एयरस्ट्रिप थी लेकिन 1965 भारत-पाक युद्ध के समय इसे एक सैटेलाइट एयरबेस के रूप में अपग्रेड किया गया था. 1971 भारत-पाक युद्ध के वक्त इस एयरबेस को पूरी तरह से ऑपरेशनल किया गया था.

शुक्रवार को बलूचिस्तान में हुआ था आतंकी हमला, 14 सैनिकों की मौत
पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें में कम से कम 14 सैनिक मारे गए थे. बलूचिस्तान में शुक्रवार को हुआ आतंकवादी हमला इस साल का सबसे वीभत्स हमला माना जा रहा है, जिसमें पाकिस्तानी सेना के सबसे ज्यादा सैनिक मारे गए हैं. पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, आतंकवादियों ने यह हमला उस वक्त किया, जब सैनिकों के दो वाहन पसनी से ग्वादर जिले के ओरमारा इलाके में जा रहे थे.

पाकिस्तान सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (CRSS) के मुताबिक 2023 के पहले नौ महीनों में आतंकवादी हमलों में कम से कम 386 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो चुकी है. जो आठ साल का उच्चतम स्तर है. 2023 की तीसरी तिमाही में 190 से अधिक आतंकवादी हमलों और आतंकवाद विरोधी अभियानों में पाकिस्तान में कम से कम 445 लोगों की जान चली गई और 440 घायल हो गए.


 

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