पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है. आटा, पेट्रेल-डीजल की किल्लत से जूझ रहा पाकिस्तान अब बिजली कटौती से परेशान है. देशभर में बिजली कटौती हो रही है. कराची, लाहौर और राजधानी इस्लामाबाद जैसे शहरों में बिजली किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. सरकार का कहना है कि बिजली की आपूर्ति में 12 घंटे का समय लग सकता है.
पाकिस्तान के एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक बलूचिस्तान के 22 जिलों में बिजली कटौती की समस्या है. इसके अलावा कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, मुल्तान, क्वेटा में भी बिजली गुल है.
पाकिस्तान में क्यों है बिजली गुल-
ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर का कहना है कि दक्षिण पाकिस्तान के जमशोरो और दादू शहर के बीच हाई टेंशन ट्रांसमिशन लाइनों में खराबी की खबर मिली है. जिसके बाद एक-एक करके सिस्टम बंद हो गए. लेकिन ये कोई बड़ा संकट नहीं है. उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में बिजली की डिमांड कम हो जाती है और पावर सप्लाई सिस्टम को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया जाता है. उन्होंने बताया कि जब आज सुबह सिस्टम को ऑन किया गया तो वोल्टेज में उतार-चढ़ाव देखा गया.
8 बजे तक बाजार बंद करने का दिया था आदेश-
पाकिस्तान पिछले कई दिनों से बिजली संकट से गुजर रहा है. पिछले साल दिसंबर महीने में पाकिस्तान ने बिजली बचाने के लिए बाजारों को 8 बजे ही बंद करने का आदेश जारी कर दिया था. मैरिज हॉल भी रात 10 बजे तक बंद करने का आदेश था.
पिछले साल भी आया था बिजली संकट-
पिछले साल भी पाकिस्तान में बिजली संकट आया था. कीमतों को बढ़ने के चलते प्राकृतिक गैस के आयात पर रोक लगाना पड़ा था. जिससे रोलिंग ब्लैक आउट, ईंधन राशनिंग और बिजली की लागत बढ़ गई थी.
हाल ही में पाकिस्तान ने ऊर्जा संरक्षण की योजना का ऐलान किया है. क्योंकि विदेशी मुद्रा भंडार समेत देश आर्थिक चुनौतियों से गुजर रहा है. 6 जनवरी तक पाकिस्तान के पास सिरअफ 4.34 बिलियन डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार बचा था.
पैसे बचाने की तरकीब तलाश रहा पाकिस्तान-
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि अगर 20 फीसदी सरकरी कर्मचारी रोटेशन के आधार पर घर से काम करते हैं तो 56 अरब रुपए बचाए जा सकते हैं. इसके अलावा कुछ और कदमों से देश 62 अरब रुपए बचा सकता है. रक्षा मंत्री ने कहा कि बिजली बचाने वाले पंखे और बल्ब जल्द ही लॉन्च किए जाएंगे, इससे 30 अरब रुपए बचाए जा सकते हैं.
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