पाकिस्तानी युवक की ख्वाहिश- काश! हमारे पीएम भी मोदी जी होते, हम भारत में मिलने को तैयार

पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. देश में महंगाई चरम पर है. गरीबी और भुखमरी बढ़ने से हालात धीरे-धीरे और बिगड़ते जा रहे हैं. पाकिस्तानी लोगों की शहबाज सरकार से नाराजगी बढ़ती जा रही है.

Pakistan economic crisis
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 23 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST
  • पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है.
  • पाकिस्तानी लोगों की शहबाज सरकार से नाराजगी बढ़ती जा रही है.

पाकिस्तान आर्थिक संकट की मार झेल रहा है. महंगाई 30 फीसदी तक पहुंच गई है. लोग बेहाल हैं और पाकिस्तान छोड़ने की बातें कर रहे हैं. लोगों के दिनों में शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ गुस्सा है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक पाकिस्तानी शख्स शहबाज शरीफ सरकार की शिकायत कर रहा है. सामने आए वीडियो में पूर्व पत्रकार सना अमजब एक शख्स से पूछ रही हैं कि सड़कों पर 'पाकिस्तान से जिंदा भागो चाहे इंडिया चले जाओ' का नारा क्यों लगाया जा रहा है?

बदकिस्मती से हमें इस्लामी राष्ट्र मिला

इस सवाल के जवाब में पाकिस्तानी शख्स कहता है, काश मैं पाकिस्तान में पैदा न हुआ होता. काश पाकिस्तान भारत से कभी अलग ही न हुआ होता. फिर हम भी टमाटर 20 किलो, चिकन 150 रुपये किलो और पेट्रोल 150 रुपये लीटर से खरीदते. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें एक इस्लामी राष्ट्र मिला लेकिन हम यहां इस्लाम स्थापित नहीं कर सके."

 

पाकिस्तान को मोदी की जरूरत

इससे अच्छे तो मोदी हैं, उनके लोग उन्हें कितना मानते हैं. हमें न नवाज शरीफ चाहिए न बेनजीर चाहिए न हमें इमरान खान चाहिए. हमें सिर्फ प्राइम मिनिस्टर मोदी चाहिए. जो इस मुल्क को ऊपर लेकर जाए. हम भारत की हुकूमत कबूलने के लिए तैयार हैं. मोदी जी ग्रेट मैन हैं. भारत के मुसलमान सुखी हैं. जब आप रात में अपने बच्चों को रोटी नहीं दे पाएंगे तब सोचेंगे हम कौन से मुल्क में पैदा हो गए हैं. हमें मोदी दे दो...भारत के साथ हमारी तुलना ही नहीं है. किसी भी लिहाज से हम भारत की बराबरी नहीं कर सकते हैं.

गरीबी और भूखमरी से परेशान

शहबाज शरीफ सरकार पहले ही बढ़ती महंगाई और इमरान खान के विरोध के चलते पाकिस्तान मुश्किल में है. पाकिस्तान का टैक्स सिस्टम ऐसा है, जिसमें अमीर और अमीर होते जाते हैं और गौरतलब बात ये है कि यही अमीर वर्ग राजनीति को नियंत्रित करता है. गरीबी और भुखमरी बढ़ने से हालात धीरे-धीरे और बिगड़ते जा रहे हैं. पाकिस्तान सरकार ने आर्थिक मंदी को ध्यान में रखते हुए घोषणा की कि अगले साल 2024 जून तक लग्जरी सामान खरीदने पर पूरी तरह से रोक रहेगी. शहबाज शरीफ की सरकार ने बड़े उद्योगपतियों को ऊर्जा और टैक्स में बड़ी सब्सिडी दी हुई है.

 

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