Russia-Ukraine War: 45 किलोमीटर पैदल चले…. माइनस 5 डिग्री में जंगल में रात बिताई…. फिर पहुंचे पोलैंड बॉर्डर पर, सुनिए 2 भारतीयों की दर्द भरी दास्तां

आलोक मिश्र ने बताया कि यूक्रेन में हालात बहुत खराब हैं. लेकिन वह जहां रह रहे थे वह यूक्रेन का पश्चिमी इलाका है वहां अभी भी हालात उतने खराब नहीं हुए हैं. लवीव नेशनल मेडिकल मेडिकल यूनिवर्सिटी जहां वे थर्ड ईयर में पढ़ाई कर रहे हैं, वह पोलैंड बॉर्डर के करीब है.

केलसाग ज्ञात्सो भूटिया और आलोक मिश्र
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 03 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 3:27 PM IST
  • बहुत मुश्किलों के बाद पहुंचे भारत
  • भारत सरकार ने किया है रहने-खाने का इंतजाम

यूक्रेन और रूस में हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं. फंसे हुए भारतीय छात्र लगातार वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि बॉर्डर तक पहुंचने के बाद भारतीय दूतावास ने जब से ही इन्हें वापस लाने की जिम्मेदारी ली तब है तब से सब अच्छा हो रहा है.

बहुत मुश्किलों के बाद पहुंचे भारत

केलसाग ज्ञात्सो भूटिया और आलोक मिश्र दोनों गुरुवार को पश्चिम बंगाल के बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचे हैं. भूटिया यूक्रेन के लविव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं. भूटिया के मुताबिक, पोलैंड सीमा तक पहुंचने में उन्हें बहुत परेशानी हुई. 45 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा, माइनस 5 डिग्री तापमान में रात को जंगल में सोना पड़ा,  खाने पीने को कुछ नहीं था. इस दौरान इनके साथ पोलैंड बॉर्डर आ रहे कई छात्र भी लापता हो गए. हालांकि, बाद में सभी मिल गए. 

उन्होंने बताया कि एक बार पोलैंड पहुंचने पर भारतीय दूतावास ने बढ़िया इंतजाम किया हुआ था और फिर कोई दिक्कत नहीं हुई. हालांकि शुरुआत में भारतीय दूतावास के साथ संपर्क स्थापित होने में दिक्कत आ रही थी. लेकिन फिर बाद में आते-आते ये ठीक हो गई.

भारत सरकार ने किया है रहने-खाने का इंतजाम

वहीं आलोक मिश्र ने बताया कि यूक्रेन में हालात बहुत खराब हैं. लेकिन वह जहां रह रहे थे वह यूक्रेन का पश्चिमी इलाका है वहां अभी भी हालात उतने खराब नहीं हुए हैं. लवीव नेशनल मेडिकल मेडिकल यूनिवर्सिटी जहां वे थर्ड ईयर में पढ़ाई कर रहे हैं वह पोलैंड बॉर्डर के करीब है. ऐसे में पोलैंड पहुंचने के बाद भारत सरकार ने उनके रहने खाने का इंतजाम किया.  दिल्ली तक लाने की व्यवस्था की और दिल्ली से बागडोगरा, बंगाल सरकार ने पहुंचाया.  

भारत सरकार ने चलाया हुआ है ऑपरेशन गंगा

गौरतलब है कि भारत सरकार ने फंसे हुए छात्रों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चलाया हुआ है. गुरुवार को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत 798 छात्रों को हिंडन एयरबेस पर लाया गया है. इन्हें भारतीय वायुसेना के 4C-17 विमानों से यहां लाया गया है. वायुसेना के पीआरओ विंग कमांडर आशीष मोघे ने बताया कि ये लगभग 20 घंटे का मिशन था. इसमें C-17 जहाज से रोमानिया से 200, हंगरी से 210, पोलैंड से 208 और रोमानिया से 180 छात्रों को भारत लाया गया. 

(अनुपम मिश्र की रिपोर्ट)

 

 

Read more!

RECOMMENDED