रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को रूस निर्मित लग्जरी कार गिफ्ट की है. बताया जा रहा है कि हाल ही में, कार को किम के सहयोगियों को सौंपा गया है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि यह ऑरस कार है जो फुल-साइज्ड लग्जरी सेडान है. पुतिन खुद भी यही कार इस्तेमाल करते हैं.
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़े दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंध बन गए हैं. ऐसा माना जाता है कि दोनों देशों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद, उत्तर कोरिया युद्ध के लिए रूस को तोपखाने, रॉकेट और बैलिस्टिक मिसाइलों की आपूर्ति कर रहा है. साथ ही, दोनों पक्ष प्रतिबंधों के उल्लंघन से इनकार करते हैं.
किम ने किया था रूस का दौरा
पुतिन ने पिछले साल सितंबर में रूस के सुदूर पूर्व इलाके में वोस्तोचन कोस्मोड्रोम में किम का स्वागत किया था. चार सालों में यह किम की पहली विदेश यात्रा थी. उस यात्रा के दौरान, उत्तर कोरियाई नेता ने पुतिन की कार ऑरस सीनेट लिमोसिन को देखा और उन्हें पुतिन ने कार में पिछली सीट पर बिठाया. उन्होंने उपहार के रूप में बंदूकों की अदला-बदली भी की. माना जाता है कि किम जोंग-उन कारों के शौकीन हैं और उनके पास लग्जरी विदेशी गाड़ियों का संग्रह है.
बहुत ही खास है यह कार
ऑरस सीनेट लिमोसिन पुतिन का आधिकारिक वाहन है. साल 2018 में वह रूस के पहले ऐसे राष्ट्रपति बने जो रूस में ही बनी कार इस्तेमाल कर रहे हैं. ऑरस सीनेट को पुतिन के लिए कस्टमाइज किया गया था और इस प्रोजेक्ट का कोडनेम "कॉर्टेज' रखा गया था.
इस कार के बारे में कई लोग कहते हैं कि यह रोल्स-रॉयस फैंटम लक्जरी सेडान पर बेस्ड है, जो 5631 मिमी लंबी है और इसका वजन 2700 किलोग्राम है. लेकिन पुतिन की सीनेट 6700 मिमी लंबी है. इसमें बुलेटप्रूफ कवच, रि-इंफोर्स्ड ग्लास, बम-प्रतिरोधी अंडरफ्लोर सुरक्षा, ठोस 'रन-फ्लैट' रबर टायर, और एकीकृत "आक्रामक" हथियार से लैस है. इसमें ऑक्सीजन सप्लाई भी है. कार में एक सुरक्षित-लाइन कम्यूनिकेशन सिस्टम भी है.
किम की बहन यो जोंग ने इस तोहफे के बारे में कहा कि यह तोहफा दोनों देशों के नेताओं के बीच विशेष व्यक्तिगत संबंधों को स्पष्ट रूप से दर्शाता है. वहीं, दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह उपहार उत्तर कोरिया के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों का उल्लंघन है, लग्ज़री कारों सहित कुछ श्रेणियों के वाहनों की आपूर्ति पर रोक लगाता है.