नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong) ने साल 20 जुलाई 1969 में चांद पर कदम रखा था,और चांद से कुछ सैंपल्स (Lunar Samples) इकट्ठा करके लाए. जिसे अब तक सहेज कर रखा गया था. अब पूरे 52 साल बाद इस सहेजे हुए चांद के सैंप्लस की नीलामी हो रही है. इसकी कीमत 9 करोड़ रुपये से बताई जा रही है.
52 साल पुराने चांद के टुकड़े की होगी नीलामी
याद दिला कि नील आर्मस्ट्रांग चांद पर से ये क्लेकशन अपोलो 11 मिशन के दौरान इकट्ठा किए थे. अब इन सैंपल्स की नीलामी (Lunar Samples Auction) की जा रही है.ये सैंपल्स उस बैच का हिस्सा हैं, जिसमें 5 एल्यूमीनियम स्टब्स भी शामिल हैं. इन सैंपल्स में 10 मिलीमीटर कार्बन टेप हैं, जिनमें चंद्रमा को टुकड़ों को रका गया है.
चुराए गए थे सैंपल्स
इन टुकड़ों को नासा ने "चांद का खोया हुआ टुकड़ा " करार दिया है. वहीं न्यूयॉर्क की नीलामी कंपनी बोनहम्स ने इस सिलसिले में कहा कि ये अंतरिक्ष के इतिहास में अब तक की ऐसी पहली नीलामी है. नीलामी में शामिल होने वाले चंद्रमा के इन अनोखे टुकड़ों की कीमत 8 लाख डॉलर (करीब 6,07,50,400 करोड़ रुपये) से 1.2 मिलियन डॉलर (9,11,43,000 करोड़ रुपये) के बीच लगाए जाने की उम्मीद है. बता दें कि इन खोए हुए चांद के टुकड़ों को हचिंसन, कंसास में कॉस्मोस्फीयर अंतरिक्ष संग्रहालय (Cosmosphere Space Museum) के क्यूरेटर मैक्स आर्य ने चुरा लिया था.
चांद पर से लाई गई इस फोटो को पहले ही किया जा चुका है नीलाम
बाद में इन चांद के टुकड़ों को यूएस मार्शल ने जब्त कर लिया था. नासा में डॉक्टर रॉय क्रिस्टोफर्सन ने पुष्टि कि थी कि ये चुराए गए सैंपल्स ही थे. इससे पहले नील आर्मस्ट्रांग के बज एल्ड्रिन के मूनवॉक (Moonwalk) की 70 से ज्यादा फोटो को कोपेनहेगन (Copenhagen) में 1,72,000 डॉलर (करीब 1,30,61,336 करोड़ रुपये) में नीलाम कर दिया गया था.
पहला अंतरिक्ष यान था अपोलो 11
बता दें कि अपोलो 11 अमेरिकी अंतरिक्ष यान (american spacecraft) था, जिसने सबसे पहले इंसानों को चंद्रमा पर उतारा था. आखिरी बार मानव ने चंद्रमा पर 1972 में अपोलो 17 मिशन के दौरान कदम रखा था. हालांकि, अब नासा दोबारा से 2025-2026 में अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की योजना बना रहा है.