जी-7 देशों की बैठक जर्मनी के प्रसिद्ध श्लॉस एल्माऊ पैलेस में है. ये जानकर आपको हैरानी होगी कि इस पैलेस में ना तो AC है और ना ही यहां ज्यादा भीड़ जुट सकती है. ये होटल प्लास्टिक मुक्त है. एल्माऊ पैलेस आल्पस की पहाड़ियों में बसा है. ये होटल म्यूनिख से 100 किलोमीटर की दूरी पर है. इस होटल में हमेशा बड़े आयोजन होते रहते हैं.
होटल का इतिहास-
इस होटल को दार्शनिक जोहान्स मुलर ने आर्किटेक्ट कार्ल सेटलर के साथ मिलकर बनाया था. ये होटल करीब 106 साल पहले बनाया गया था. साल 1914 से 1916 के बीच इसका निर्माण हुआ था. इस होटल के चारों तरफ घास के मैदान हैं. हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है. दूसरे विश्व युद्ध में अमेरिकी सेना ने इसपर कब्जा कर लिया था. लेकिन कानूनी लड़ाई के बाद साल 1961 में इस होटल को मुलर के वंशजों को दे दिया गया.
कैसा है होटल-
श्लॉस एल्माऊ पैलेस हमेशा डिमांड में रहता है. इस होटल में हर साल 200 से ज्यादा कार्यक्रम होते हैं. इस होटल का मुख्य हिस्सा हाइड अवे है. इसके अलावा परिसर में अलग-अगल छतरियां और बेंच हैं. इसमें कई अनोखी जगहें भी हैं, जहां से आप दूसरे पर नजर रख सकते हैं. लेकिन आपको कोई नहीं देख सकता है. इस होटल में एक लाइब्रेरी और कपड़े की दुकान भी है.
होटल में AC नहीं-
इस होटल की खासियत है कि इसमें एसी नहीं है. इस होटल में 47 प्रेंसिडेंशियल सुइट है. जो ज्यादातर वीआईपी के लिए है. इसके बावजूद इसमें एयर कंडीशनर नहीं है.
प्लास्टिक फ्री होटल-
इस होटल की एक खासियत ये भी है कि इसे प्लास्टिक फ्री रखा गया है. पूरा होटल परिसर प्लास्टिक मुक्त है. इस होटल में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली चीजों की इजाजत नहीं है.
एक साथ सारे कमरे बुक नहीं होते-
इस होटल का एक खास नियम है. इस नियम के मुताबिक होटल का एक तिहाई कमरा ही एक साथ किराए पर दिया जाता है. दो तिहाई होटल हमेशा खाली रहता है. इसलिए इस होटल में आपको भीड़ नहीं दिखाई देगी. हमेशा कम लोग और सुकून महसूस होता है.
भारत से होटल का खास रिश्ता-
इस होटल का भारत से खास रिश्ता है. इस होटल में हर जगह हाथियों चित्र दिखाई देते हैं. इसके पीछे भारत से जुड़ी एक कहानी है. बताया जाता है कि जब होटल के मालिक जोहान्स मुलर भारत गए थे तो उनको एक कपड़े पर हाथी दिखाया गया. उन्होंने ये कपड़ा एक छोटी दुकान से खरीदा था. इसके बाद एल्माऊ ने हाथी के बारे में जानकारी हासिल की तो पाया कि हाथी बुद्धि प्रतीक है. इसके बाद उन्होंने जब होटल बनाया तो उसमें हाथी को कई जगहों पर दिखाया.
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