सीरिया में तख्तापलट हो गया है. राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस चले गए हैं. तख्तापलट के बाद असद की लग्जरी लाइफ के खुलासे हो रहे हैं. एक तरफ सीरिया की जनता गरीबी से जूझ रही थी तो दूसरी तरफ बशर अल असद लग्जरी लाइफ जी रहे थे. असद के महल पर विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया. लोगों ने महल को लूट लिया. इसके कई वीडियो वायरल हो रहे हैं. इन वीडियोज में असद की कारों का कलेक्शन दिखाई दे रहा है. असद के पास एक से बढ़कर एक लग्जरी कारें थीं. इसमें मर्सिडीज, पोर्श, ऑडी और फेरारी समेत कई लग्जरी कारें मिलीं.
असद के पास दुनिया की सबसे लग्जरी कारें-
बशर अल-असद की कारों के कलेक्शन में फेरारी F50, पोर्शे 911, और मस्टैंग जैसी गाड़िया शामिल हैं. इन कारों की कीमत करोड़ों में है. गैराज में दर्जनों लग्जरी गाड़ियां खड़ी मिलीं. चलिए जानते हैं इन लग्जरी कारों के बारे में.
फेरारी F50-
फेरारी F50 एक रेस कार है. जिसे 1995 और 1997 के बीच बनाया गया था. V12-इंजन वाली ये कार 200 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है. इसके साथ ही ये कार 3.7 सेकंड में 0-60 मील प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ती है. इस लग्जरी कार की कीमत करीब $475,000 है.
लेम्बोर्गिनी डियाब्लो-
ये एक स्पोर्ट्स कार है, जिसे 1990 से 2001 के बीच डिजाइन किया गया था. ये पहली प्रोडक्शन लेम्बोर्गिनी है जो 200 मील प्रति घंटे से ज्यादा तेज चल सकती है. जिसकी कीमत $300,000 है.
फेरारी एफ430 स्पाइडर -
फेरारी एफ430 स्पाइडर सुपरकार है. इसमें 4.3-लीटर V8 इंजन लगाया गया है. ये कार कुछ ही सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है और इसकी स्पीड 315 किमी/घंटा से भी ज्यादा है. वहीं इस कार की कीमत 2.10 करोड़ है.
रोल्स-रॉयस घोस्ट-
रोल्स-रॉयस घोस्ट एक ऐसी कार है. जिसे लग्जरी और शानो शौकत के लिए जाना जाता है. ये कार अपने शानदार डिजाइन, लग्जरी इंटीरियर और इंजन के लिए जानी जाती है. इस कार में 6.6-लीटर ट्विन-टर्बोचार्ज्ड V12 इंजन है जो 563 हॉर्सपावर और 820 एनएम का टॉर्क पैदा करता है. मार्केट में इस कार की कीमत 6.95 करोड़ रुपये से शुरू होती है.
Bashar al-Assad के गैराज में और भी कई लग्जरी और महंगी करों का कलेक्शन दिखा. जिसमें बेंटले कॉन्टिनेंटल जीटी, एस्टन मार्टिन रैपिड, ऑडी आर 8, मर्सिडीज-बेंज एसएलएस एएमजी क्वाड बाइक, एसयूवी, कई वैन और कई ऑडी, मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू सैलून शामिल हैं. हालांकि अभी ये सामने नहीं आया है कि ये कारें असद के निजी इस्तेमाल के लिए थीं या उनका स्टाफ इस्तेमाल करता था.
(ये स्टोरी यामिनी सिंह ने लिखी है. यामिनी GNTTV.COM में बतौर इंटर्न काम करती हैं.)
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