सीरिया में बशर अल-असद का पतन हो गया है. असद फैमिली के 5 दशक के शासन का अंत हो गया है. विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है. विद्रोही जश्न मना रहे हैं. इस देश में साल 2011 में विद्रोह उस शुरू हुआ था, जब असद सरकार लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन को क्रूरता से कुचल दिया था. इसके बाद देश में गृहयुद्ध छिड़ गया. अब 13 सालों के संघर्ष के बाद असद शासन का अंत हो गया है.
सीरिया में गृहयुद्ध के दौरान कई तरह की ऐतिहासिक जगहों को भी नुकसान पहुंचाया गया. प्राचीन पलमीरा का बालशामीन मंदिर यूनेस्को का एक विश्व धरोहर स्थल है. मई 2015 में पलमीरा शहर पर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने कब्जा कर लिया और इस मंदिर को बम से उड़ा दिया.
2000 साल पुराना था बालशामीन मंदिर-
पलमीरा शहर का बालशामीन का मंदिर 2000 साल पुराना था. इस मंदिर को पहली शताब्दी ई. में बनवाया गया था. रोमन सम्राट हैड्रियन ने इसे बड़ा किया था. यह देश के इस्लाम-पूर्व इतिहास का गवाह है. बालशामीन मंदिर की संरचना रोमन युग की है. यह मंदिर पलमीरा की सबसे महत्वपूर्ण और सबसे अच्छी इमारतों में से एक है. बालशामीन मंदिर आकाश देवता को समर्पित था.
पलमीरा शहर 2000 साल पहले व्यापार का केंद्र हुआ करता था, जो रोमन साम्राज्य को व्यापार मार्ग के जरिए एशिया के साथ जोड़ता था.
आकाश देवता को समर्पित मंदिर-
यह मंदिर बालशामीन को समर्पित था, जो उत्तर-पश्चिम सेमिटिक देवता थे. बालशामीन का इस्तेमाल अलग-अलग समय में अलग-अलग देवताओं के लिए किया जाता है. बालशामीन सीरिया में इस्लाम पूर्व दो प्रमुख्य देवताओं में से एक थे, जिनको आकाश देवता कहा जाता था.
बड़े परिसर का हिस्सा है बालशामीन मंदिर-
देखने में ये मंदिर भव्य लगता है. मंदिर 3 प्रागणों वाले बड़े परिसर का हिस्सा था. यह मंदिर प्राचीन सीरियाई और रोमन स्थापत्य शैली का मिश्रण था. बालशामीन का मंदिर एक गहरे बराामदे वाला कोरिंथियन ऑर्डर का प्रोस्टाइल, टेट्रास्टाइल मंदिर था. मंदिर में 6 स्तंभ वाला प्रोनाओस था, जिसमें कॉर्बल्स के निशान थे. साइड की दीवारों को पिलस्टर्स से सजाया गया था.
पलमीरा का बालशामीन मंदिर बालबेक (अब लेबनान) में बैकस के मंदिर का एक समकालीन मंदिर है.
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