The Crying Baby Festival: जापान में शुरू हुआ बच्चों को रुलाने वाला नाकी सूमो इवेंट, 400 साल से चलता आ रहा है ये उत्सव 

The Crying Baby Festival: जापान में बच्चों को रुलाने वाला नाकी सूमो इवेंट शुरू हो चुका है. ये इवेंट पिछले 400 साल से चलता आ रहा है. कहा जाता है कि इससे बुरी शक्तियां बच्चों से दूर रहती हैं.

The Crying Baby Festival (Photo: Instagram)
अपूर्वा सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 5:26 PM IST
  • बच्चों को पकड़कर रुलाया जाता है 
  • 400 साल से मनाया जा रहा है ये फेस्टिवल 

दुनिया भर में कई अद्भुत कार्यक्रम और सांस्कृतिक त्योहार मनाए जाते हैं. हालांकि, इनमें से कुछ काफी अजीब होते हैं और आपको हैरान कर सकते हैं. ऐसा ही एक इवेंट है द क्राइंग बेबी फेस्टिवल. सामान्य जिंदगी में कोई भी माता-पिता अपने बच्चों को रुलाना नहीं चाहते हैं. लेकिन जापान में बच्चों को रुलाने के लिए बाकायदा एक इवेंट मनाया जाता है. जापान में नाकी सूमो इवेंट (Japan's Naki Sumo event) फिर से शुरू हो गया है. 400 साल पुराना नाकी सूमो इवेंट पूरे जापान में हर साल मनाया जाता है. माना जाता है कि यह बच्चों को बुरी आत्माओं से बचाता है और उन्हें अच्छा स्वास्थ्य और भाग्य प्रदान करता है.

बच्चों को पकड़कर रुलाया जाता है 

नाकी सूमो फेस्टिवल में बच्चों को पकड़कर और अजीबोगरीब आवाजें निकालकर रुलाने की कोशिश की जाती है. इसमें जो भी शिशु पहले रोता है वह प्रतियोगिता जीत जाता है. जापान में शनिवार से दर्जनों जापानी बच्चों को रुलाने वाला इवेंट शुरू हो गया है. इन बच्चों को "रोने वाले सूमो" कहा जाता है. माना जाता है कि इससे बच्चों को अच्छा स्वास्थ्य मिलता है. महामारी के बाद चार साल में पहली बार ये फेस्टिवल फिर से मनाया जा रहा है. 

फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम

400 साल से मनाया जा रहा है ये फेस्टिवल 

लगभग चार सदियों से, नाकी सूमो फेस्टिवल मनाया जा रहा है. इसमें भाग लेने वाले बच्चों को बुरी शक्तियों से बचाने के लिए रुलाया जाता है. जापान के टोक्यो के असाकुसा में सेनसोजी मंदिर (एक प्राचीन बौद्ध मंदिर) में लोकप्रिय नाकी सूमो (द क्राइंग बेबी फेस्टिवल) आयोजित किया जाता है. नाकी सूमो उत्सव हर साल पूरे जापान में शिंतो तीर्थस्थलों पर आयोजित किया जाता है. यह गोल्डन वीक हॉलिडे अप्रैल के आखिरी सप्ताह से मई के पहले सप्ताह के दौरान मनाया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि रोता हुआ बच्चा बुरी आत्माओं को दूर रखता है.

फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम

शुरू होने के पीछे की क्या है कहानी?

टोक्योवीकेंडर के अनुसार, जापान में नाकी सूमो 400 से ज्यादा साल से मनाया जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि इस उत्सव की जड़ें जापानी लोककथाओं में हैं. लोकप्रिय मिथक के अनुसार, एक मासूम बच्चे की तेज चीख राक्षसों या अन्य बुरी आत्माओं को दूर भगा सकती है. लोगों का यह भी मानना ​​है कि अगर रोते हुए बच्चों से बुरी आत्माएं नहीं डरीं तो ये आत्माएं बच्चों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. कहते हैं इस उत्सव के लिए प्रेरणा का एक दूसरा स्रोत जापानी कहावत 'नाकु को वा सोडात्सू' है, जिसका मतलब है 'रोते हुए बच्चे तेजी से बढ़ते हैं'. 

कैसे मनाया जाता है ये इवेंट? 

इस प्रतियोगिता में बच्चे की उम्र 6 से 18 महीने के बीच होनी चाहिए. एक सूमो कुश्ती रिंग बनाई जाती है जिसमें बच्चों को लेकर सूमो खड़े रहते हैं. उत्सव की शुरुआत एक शिंतो पुजारी करते हैं जो इससे जुड़े सभी रीति-रिवाजों को पूरा करते हैं. वे हर बच्चे के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रार्थना करता है. जो बच्चा पहले रोना शुरू करता है वह जीत जाता है. विजेता की घोषणा रेफरी करता है. 


 

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