भूकंप से तुर्की की धरती दहल गई है. सोमवार सुबह दक्षिणपूर्वी तुर्की और सीरिया में 7.8 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. बीते 24 घंटे की बात करें तो तुर्की में तीसरा शक्तिशाली भूकंप महसूस किया गया है. सोमवार शाम 6 बजे तक 1900 लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आया है. इतना ही नहीं बल्कि इस भूकंप से बड़ी से बड़ी इमारतें ढह गई हैं. जहां 1900 लोगों की मौत की खबर है तो वहीं सैकड़ों घायल हो गए हैं. बीते 24 घंटे में तीसरे शक्तिशाली भूकंप से तुर्की में भारी तबाही हुई है. हालांकि, ठीक ऐसा भूकंप तुर्की में 84 साल पहले भी आ चुका है. जिसमें 30 हजार लोग मारे गए थे.
1939 में भी आया था ऐसा ही भूकंप
तुर्की में जो भूकंप आया है वो सीरिया, लेबनान और इजराइल में भी महसूस किया गया है. साल 1939 में भी ठीक इतना ही शक्तिशाली भूकंप आया था. दिसंबर 1939 में पूर्वोत्तर तुर्की में 7.8 की तीव्रता से आए भूकंप से लगभग 30,000 लोगों की जान गई थी. बताते चलें कि तुर्की, भूकंपीय गतिविधि का केंद्र, एनाटोलियन प्लेट पर है. यही कारण है कि यहां ऐसे भूकंप आते हैं.
पिछले कुछ सालों में आए भूकंप की टाइमलाइन
1 अक्टूबर 2020
तुर्की के तट के पास ईजियन सागर में एक ग्रीक द्वीप समोस के पास में 7 मैग्नीट्यूड की तीव्रता से भूकंप आया था. इस भूकंप में तुर्की में कम से कम 24 लोगों की जान ले ली थी.
2. जनवरी 2020
जनवरी 2020 में पूर्वी तुर्की में 6.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें सैकड़ों लोग घायल हो गए थे और सीरिया, जॉर्जिया और अर्मेनिया में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
3. अक्टूबर 2011
अक्टूबर 2011 में पूर्वी तुर्की में 7.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 138 लोग मारे गए थे और लगभग 350 घायल हो गए थे. भूकंप का सेंटर वान प्रांत में था. ये सेंटर ईरान की सीमा से दूर नहीं था, और इसे आस-पास के गांवों और उत्तरी इराक के कुछ हिस्सों में जोरदार झटके महसूस किए गए थे.
4. मार्च 2010
मार्च 2010 में पूर्वी तुर्की में भी 6.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 51 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं एक गांव काफी हद तक खत्म हो गया था.
5. अगस्त 1999
अगस्त 1999 में तुर्की के पश्चिमी शहर इजमित में आए 7.4 तीव्रता के भूकंप में 17,000 से अधिक लोग मारे गए थे.
बताते चलें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तुर्की में आए इस भूकंप में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने इस दौरान कहा कि भारत इस त्रासदी से निपटने में मदद के लिए हरसंभव सहायता देने को तैयार है. साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी भूकंप में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है.