ब्रिटेन (Britain) के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने अपने जीवन की घटनाओं पर एक बुक लिखी है. इस किताब का नाम अनलीश्ड (Unleashed) है. इस पुस्तक में बोरिस जॉनसन ने अपनी भारत यात्रा का जिक्र किया है. पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर भारतीय शादियों तक उल्लेख किया है. इस संस्मरण में उन्होंने पीएम मोदी (PM Modi) की जमकर तारीफ की है.
बोरिस जॉनसन ने अपनी किताब में भारत-ब्रिटेन संबंधों पर एक पूरा अध्याय समर्पित किया है. इस चैप्टर का नाम ब्रिटेन एंड इंडिया है. अनलीश्ड किताब 10 अक्टूबर 2024 को पब्लिश हो चुकी है. आप इसे ब्रिटेन के बुकस्टोर्स और ऑनलाइन खरीद सकते हैं. प्रकाशक ने इसे एक ऐसी पुस्तक बताया है जो आधुनिक प्रधानमंत्रियों के संस्मरणों के सांचे से अलग है क्योंकि यह पत्रकार से नेता बने पूर्व प्रधानमंत्री की अनूठी शैली में लिखी गई है. अपनी किताब में बोरिस जॉनसन ने लंदन के मेयर से लेकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में नई दिल्ली और लंदन में पीएम मोदी के साथ महत्वपूर्ण बैठकों को याद किया है.
पीएम मोदी के मुरीद हुए जॉनसन
अपनी किताब अनलिश्ड में बोरिस जॉनसन ने लिखा है कि जब वह लंदन के मेयर थे तो भारत में महापौर व्यापार प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन में आए थे. वह मोदी से मिलने के लिए काफी उत्सुक थे. हालांकि तब उनके विदेश मंत्रालय ने उन्हें मोदी से मिलने से मना कर दिया था. ब्रिटिश अधिकारियों ने पीएम मोदी को लेकर बोरिस जॉनसन से कहा था कि वह हिंदू राष्ट्रवादी हैं. आपको उनसे नहीं मिलना चाहिए. उस समय बोरिस मोदी से नहीं मिले थे. उन्होंने लिखा कि वे नवंबर 2015 में जब लंदन के मेयर थे तब मोदी से पहली बार मिले थे. वह पीएम मोदी से मिले तो काफी प्रभावित हुए.
भारतीय पीएम से मिलने के बाद बोरिस जॉनसन को लगा पीएम मोदी के पास कोई अलौकिक शक्ति है. उसके बाद पीएम मोदी और पीएम बोरिस जॉनसन के बीच रिश्ते बहुत अच्छे हो गए. बोरिस जॉनसन ने अपनी किताब में लिखा है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के बाद जब वह जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री के तौर पर भारत आए थे तो उनका स्वागत बेहद यादगार था. वह लिखते हैं कि मैं सारा इतिहास और संवेदनशीलता जानता था. मैं युद्ध के बाद भारत के पश्चिम के साथ गुटनिरपेक्षता के कारण और मास्को के साथ अटूट रिश्ते के बारे में जानता था. मैं रूसी हाइड्रोकार्बन पर चीन की तरह भारतीय निर्भरता को भी समझता हूं. रूस-चीन को लेकर उन्होंने लिखा कि मुझे आश्चर्य हुआ कि क्या यह बदलाव, पुर्नविचार का समय नहीं था. क्या भारत इस निरंकुश जोड़ी के साथ जुड़ना चाहता था. अपनी किताब में जॉनसन ने 2022 के भारत दौरे को सफल बताया है. उन्होंने लिखा है इस दौरे पर आने और पीएम मोदी से मिलने के बाद उनका मनोबल बढ़ा.
जब नेहरू ने कहा था भारत हमेशा रहेगा रूस के साथ
बोरिस जॉनसन ने अपनी पुस्तक अनलीश्ड के एक अन्य खंड में इतिहास और इतिहास-निर्माताओं के बारे में अपने गहन व्यक्तिगत ज्ञान के लिए दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की भरपूर प्रशंसा की है. जॉनसन ने ये भी बताया है कि भारत के पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू ने महारानी एलिजाबेथ II से कहा था कि भारत हमेशा रूस के साथ रहेगा. बोरिस ने लिखा कि ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय हमेशा रूस के साथ बढ़ती निकटता को लेकर परेशान रहता है. लेकिन मैंने इन परेशानियों को दूर किया. मैंने भारत के साथ सैन्य सहायता को बढ़ाकर साथ काम करने के लिए समझौते किए.
बोरिस जॉनसन को पसंद हैं भारतीय शादियां
बोरिस जॉनसन ने अपनी किताब अनलीश्ड में लिखा है कि उन्हें भारतीय शादियां पसंद हैं. वह कई भारतीय शादियों में शरीक हो चुके हैं क्योंकि उनकी पूर्व पत्नी मरिना व्हीलर का भारत से संबंध है. व्हीलर की मां का जन्म इंडिया में हुआ था. व्हीलर दिवंगत संपादक और लेखक खुशवंत सिंह की भतीजी हैं. ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी के नेता बोरिस जॉनसन साल 2019 से 2022 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे थे. उन्हें 2022 में सांसदों के दबाव में इस्तीफा देना पड़ा था. इन्हीं के कार्यकाल में ब्रिटेन यूरोपीय यूनियन से अलग हुआ था. बोरिस जॉनसन 2016 से 2018 तक विदेश सचिव रहे थे. वह साल 2008 से 2016 तक लंदन के मेयर रहे थे.