यूक्रेन की राजधानी कीव में जिस समय बम और मिसाइलों की बारिश हो रही थी उस दौरान एक युवती को अचानक लेबर पेन शुरू हो गया. महिला ने पास के एक अंडरग्राउंड शेल्टर में आश्रय लिया और एक बच्ची को जन्म दिया. युद्धग्रस्त देश में नवजात बच्ची को लोग 'आशा की किरण' के रूप में देख रहे हैं.
बच्ची को 'आशा की किरण' मान रहे लोग
रूस ने यूक्रेन पर हमला जारी रखा है ऐसे में आम नागरिक सबवे स्टेशनों का उपयोग अस्थायी आश्रयों के रूप में कर रहे हैं. इसी दैरान एक 23 वर्षीय गर्भवती मां को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और असाधारण परिस्थितियों के बीच उसने एक बच्चे को जन्म दिया. सेंटर फॉर स्ट्रेटजिक कम्यूनिकेशन और इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी ने टेलीग्राम और फेसबुक पर इस खबर की घोषणा की. उन्होंने कहा, “दो घंटे पहले कीव सबवे में एक बच्चे का जन्म हुआ है. यह ऐसी खबर है जो आशा देती है!"
बच्ची का नाम मिया रखा गया
डेमोक्रेसी इन एक्शन कॉन्फ्रेंस हन्ना होपको की चेयरमैन ने इस पूरी घटना की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बच्ची का जन्म आज रात को कीव में हो रही बमबारी के बीच हुआ है. इस चुनौतीपूर्ण समय में बच्ची को जन्म देने के बाद मां खुश है. मां ने बच्ची का नाम मिया रखा है.
पड़ोसी देशों में शरण ले रहे लोग
दरअसल, यूक्रेन में जारी जंग के बीच अफरा तफरी की स्थिति बन गई है. ऐसे में लोगों को जहां जगह मिल रही है, वे सुरक्षित ठिकाने की तलाश में वहां भाग रहे हैं. इसमें सबसे अधिक मेट्रो स्टेशन हैं, जो आश्रय देने का काम कर रहे हैं. करीबन एक लाख लोग शहर छोड़कर पड़ोसी देशों की शरण ले चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र ने अनुमान लगाया है कि पलायन नहीं रुका तो करीब 40 लाख लोग यूक्रेन छोड़ सकते हैं.