अमेरिका (America) को नया राष्ट्रपति (President) मिल गया है. एक बार फिर राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को जीत मिली है. ट्रंप अपने परिवार के साथ व्हाइट हाउस (White House) में रहेंगे. व्हाइट हाउस साल 1800 से राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास रहा है.
व्हाइट हाउस ही संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति का कार्यालय भी होता है. विश्व के सबसे शक्तिशाली देश के सबसे उच्च पद पर बैठे शख्स का घर-ऑफिस दुनिया की सबसे अहम और सुरक्षित इमारतों में शुमार किया जाता है. आइए अमेरिकी राष्ट्रपति के आवास यानी व्हाइट हाउस से जुड़ी रोचक जानकारियां और इतिहास के बारे में जानते हैं.
व्हाइट हाउस नहीं था पहले नाम
आपको मालूम हो कि जहां अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) रहते हैं, उस आलीशान इमारत का नाम व्हाइट हाउस (White House) है लेकिन पहले इसका नाम प्रेसिडेंट पैलेस, प्रेसिडेंट हाउस और एग्जीक्यूटिव मेंशन था. साल 1901 में तत्कालीन राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट (Theodore Roosevelt) ने इसका नाम व्हाइट हाउस रखा. उसके बाद से इसे इसी नाम से जाना जाने लगा.
व्हाइट हाउस की खासियत
व्हाइट हाउस काफी आलीशान है. यह 55 हजार वर्गफीट में फैला हुआ है. यह इमारत कुल 6 मंजिल की है. व्हाइट हाउस में कुल 132 कमरे बने हुए हैं. इसमें कुल 35 बाथरूम हैं. व्हाइट हाउस में कुल मिलाकर 412 दरवाजे और 147 खिड़कियां लगी हैं. व्हाइट हाउस में आठ सीढ़ियां और तीन एलिवेटर लगे हैं. व्हाइट हाउस में एक पर्सनल मूवी स्क्रीानिंग थियेटर भी है. व्हाइट हाउस के परिसर में 18 एकड़ में फैला एक मैदान भी है.
इसके अलावा एक स्वीमिंग पुल, टेनिस और बास्केटबॉल कोर्ट्स और जॉगिंग ट्रैक भी है. व्हाइट हाउस की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक यहां रोज 6 हजार विजिटर पहुंचते हैं. व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति और स्टाफ को खाना बनाने के लिए 5 फुलटाइम शेफ की नियुक्ति की गई है. व्हाइट हाउस का किचन में 1140 लोगों के लिए खाना तैयार किया जा सकता है. व्हाइट हाउस कितना आलीशान है यह इससे भी पता चलता है कि सिर्फ इसके बाहरी हिस्से की पुताई करने में 570 गैलन पेंट लगता है.
व्हाइट हाउस का इतिहास
अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन थे. उन्होंने 30 अप्रैल 1789 को न्यूयॉर्क के फेडरल हॉल में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. जॉर्ज वाशिंगटन ने ही साल 1792 में राष्ट्रपति निवास की इमारत बनवाने की योजना बनाई थी. व्हाइट हाउस की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक जहां व्हाइट हाउस मौजूद है, उस स्थान का चुनाव 1791 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन ने किया था.
व्हाइट हाउस की आधारशिला 13 अक्टूबर 1792 को रखी गई थी. इसके निर्माण के लिए आयरलैंड के आर्किटेक्ट जेम्स होबन के डिजाइन को चुना गया था. विश्व प्रसिद्ध इस इमारत को बनाने में आठ साल का समय लगा. उस समय इस इमारत को प्रेसिडेंट हाउस नाम दिया गया था. हालांकि यूएस के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन को इसमें रहने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ है क्योंकि यह जब तक बनकर तैयार हुआ, उससे पहले ही 1799 के अंत में उनका निधन हो गया. व्हाइट हाउस में रहने वाले यूएस के पहले प्रेसिडेंट जॉन एडम्स थे. व्हाइट हाउस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार जॉन एडम्स और उनके बाद हर राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में ही रहे हैं.
अंग्रेजों ने व्हाइट हाउस में लगा दी थी आग
अंग्रेजों ने साल 1812 में हुए युद्ध के दौरान व्हाइट हाउस में आग लगा दी थी. इससे इस इमारत को काफी क्षति पहुंची थी. इसे दोबारा निर्माण करने का निर्णय लिया गया. एक बार फिर से आर्किटेक्ट जेम्स होबन की मदद ली गई. उन्होंने इसके मूल स्वरूप में छेड़छाड़ किए बिना कुछ संशोधन करके इसे फिर से बनाया.
इसके बाद साल 1817 में यूएस के 5वें राष्ट्रपति जेम्स मुनरो ने व्हाइट हाउस में रहना शुरू किया. उन्हीं के कार्यकाल के दौरान दक्षिण पोर्टिको बनाया गया. साल 1829 में सातवें राष्ट्रपति एंड्रयू जैक्सन की देखरेख में नॉर्थ पोर्टिको बनाया गया. अमेरिका के 26वें राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट ने व्हाइट हाउस में बड़े पैमाने पर रेनोवेशन साल 1902 में किया था. व्हाइट हाउस न सिर्फ यूएस राष्ट्रपति और उनके परिवार का घर है बल्कि यह अमेरिकी इतिहास का जीवंत संग्रहालय भी है.