US Presidential Election 2024: क्‍या है Super Tuesday प्राइमरी इलेक्शन, जिसमें Trump और Biden ने दर्ज की जीत, Nikki Haley को राष्ट्रपति चुनाव लड़ने को लेकर खतरा

Super Tuesday Primary Election:यूएस में राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए किसी भी दावेदार को कम से कम 1215 डेलिगेट के समर्थन की आवश्यकता होती है. डोनाल्‍ड ट्रंप को निक्की हेली से बहुत ज्यादा डेलिगेट का समर्थन मिल चुका है. सुपर ट्यूजडे प्राइमरी इलेक्शन में भी उन्हें बढ़त मिली है.

Joe Biden, Nikki Haley and Donald Trump
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 12:02 PM IST
  • राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के लिए 1215 डेलिगेट का समर्थन जरूरी
  • भारतीय मूल की निक्की हेली से आगे निकले ट्रंप

अमेरिका में राष्‍ट्रपति पद के लिए चुनाव इसी साल 5 नवंबर को होने वाला है. राष्‍ट्रपति पद की रेस में जो बाइडेन (Joe Biden), डोनाल्‍ड ट्रंप (Donald Trump) प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. भारतीय मूल की निक्की हेली (Nikki Haley) भी चुनावी मैदान में हैं. सुपर ट्यूजडे प्राइमरी इलेक्शन में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडेन और रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के दावेदार ट्रंप ने जोरदार जीत दर्ज की है. इससे रिपब्लिकन उम्मीदवार निक्की हेली पर राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर होने का खतरा पैदा हो गया है. आइए जानते हैं आखिर क्या है सुपर ट्यूजडे और क्यों यह दिन अमेरिकी चुनाव में खास है?

क्‍या है सुपर ट्यूजडे
यूएस के चुनावी साल का खास दिन सुपर ट्यूजडे होता है. यह दिन राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के लिए निर्णायक होता है. यह दिन किस पार्टी से कौन उम्मीदवार फाइनल होगा तय करता है. पिछले 36 सालों में जिस भी उम्मीदवार ने सुपर ट्यूजडे में जीत दर्ज की है. वहीं राष्ट्रपति की दौड़ के लिए रिपब्लिकन पार्टी का प्रत्याशी चुना गया है.

सुपर ट्यूजडे के दिन बड़ी संख्या में मतदाता राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार के लिए मतदान करते हैं. इनमें से छह राज्‍यों अलबामा, अर्कांसस, मिनेसोटा, टेक्सास, वर्मोंट और वर्जीनिया के मतदाता निर्णायक भूमिका अदा करते हैं. रिपब्लिकन हो या डेमोक्रेट्स इन राज्‍यों के वोटर्स किसी खास पार्टी के समर्थक नहीं रहे हैं. इन राज्यों में ओपन प्राइमरी का चलन है.

बाइडेन और ट्रंप में हो सकता है मुकाबला
सुपर ट्यूजडे को हुए 15 राज्यों के प्राइमरी चुनाव में सिर्फ एक राज्य अमेरिकन सामोआ को छोड़कर जो बाइडेन को सभी राज्यों में जीत मिली है. वहीं रिपब्लिकन उम्मीदवार निक्की हेली को सिर्फ एक राज्य वेर्मोन्ट में जीत मिली है. डोनाल्ड ट्रंप निक्की से काफी आगे निकल गए हैं.

उन्हें कैलिफोर्निया, नॉर्थ कैरोलाइना, टेनेसी, टेक्सास, अलबामा, वर्जीनिया, ओकलाहामा, अरकंसास, मैसाच्युसेट्स, उटा, मिनेसोटा, कोलोराडो और मेन में जीत मिली है. इस तरह से तय हो गया है कि राष्ट्रपति पद के लिए जोरदार मुकाबला बाइडेन और ट्रंप में हो सकता है.रिपब्लिकन पार्टी 12 मार्च को राष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में ट्रंप की घोषणा कर सकती है. वहीं 19 मार्च को बाइडेन का फाइनल नाम पार्टी तय कर सकती है.

राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए इतने डेलिगेट्स का समर्थन जरूरी
यूएस में राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए किसी भी दावेदार को कम से कम 1215 डेलिगेट के समर्थन की आवश्यकता होती है.सुपर ट्यूजडे का रिजल्ट आने से पहले ट्रंप के पास 244 डेलिगेट्स का समर्थन था. 43 डेलिगेट्स का समर्थन हेली के पास है. ट्रंप सुपर ट्यूजडे इलेक्शन में 14 राज्यों में जीत दर्ज कर राष्ट्रपति पद की दावेदारी जीतने के करीब आ गए हैं.

निक्की हेली ने गत शनिवार को कोलंबिया डिस्ट्रिक्ट के प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज की थी. वह किसी प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज करने वाली अमेरिकी इतिहास की पहली रिपब्लिकन महिला हैं. साथ ही भारतीय मूल की भी पहली महिला हैं, जिन्होंने प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज की. इससे पहले राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए दावेदार बॉबी जिंदल  साल 2016 में, कमला हैरिस साल 2020 में और विवेक रामास्वामी साल 2024 में एक भी प्राइमरी चुनाव नहीं जीत पाए थे. 

मिशेल ओबामा नहीं लड़ेंगी राष्ट्रपति चुनाव
मिशेल ओबामा की राष्ट्रपति चुनाव लड़ने को लेकर लगाए जा रहे कयासों पर विराम लग गया है. मिशेल ओबामा के कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि जो बाइडेन की जगह डेमोक्रेट पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की उनकी कोई योजना नहीं है.मिशेल ओबामा ने जो बाइडेन और कमला हैरिस को समर्थन देने का ऐलान किया है. 

 

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