Japan Volcano: जापान में फटा ज्वालामुखी...5वें स्तर के एलर्ट के साथ लोगों को दी गई चेतावनी, जानिए किस अलर्ट लेवल का क्या होता है मतलब?

जापान के कागोशिमा प्रान्त में स्थित सकुराजिमा ज्वालामुखी 24 जुलाई को फट गया. इस वजह से आसपास रह रहे लोगों को जगह खाली करने के निर्देश दिए गए हैं. ज्वालमुखी से निकल रही राख और पत्थर की वजह से अलर्ट स्तर को 5 के उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया है. क्या होता है अलर्ट का अलग-अलग लेवल जानिए.

Volcanic eruption in Japan
सुरभि शुक्ला
  • नई दिल्ली,
  • 25 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 2:07 PM IST
  • अलर्ट स्तर को 5 के उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया
  • ज्वालामुखी से राख और पत्थर निकल रहे

जापान (Japan) के प्रमुख पश्चिमी द्वीप क्यूशू (Kyushu)पर एक ज्वालामुखी (volcano),जिसे सकुराजिमा कहा जाता है 24 जुलाई की रात लगभग 8:05 बजे फट गया. इसमें से राख और पत्थर निकल रहे हैं. जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA)ने इसकी जानकारी दी. 

अलर्ट का उच्चतम स्तर हुआ घोषित

मीडिया ने बताया कि नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है. हालांकि लोगों को सुरक्षित स्थान पर चले जाने की सलाह दी गई है. विस्फोट में निकले पत्थर ढाई किलोमीटर दूर तक जा कर गिरे. इस वजह से जेएमए ने लेवल 5 अलर्ट की घोषणा की है. ये अलर्ट का उच्चतम स्तर माना जाता है. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार जापान मौसम विज्ञान एजेंसी का अनुमान है कि ज्वालामुखी से अभी बड़े पैमाने पर किसी विस्फोट की संभावना नहीं है. लेकिन फिर भी एजेंसी ने अपने अलर्ट स्तर को 5 के उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया है. 2007 में इस सिस्टम के शुरू होने के बाद पहली बार इसे सकुराजिमा में लागू किया गया. जबकि कागोशिमा शहर के अधिकारियों ने अरिमुरा और फुरुसातो शहरों के निवासियों के लिए निकासी आदेश जारी किया है.

उप मुख्य कैबिनेट सचिव योशीहिको इसोजाकी ने संवाददाताओं से कहा, ''हम लोगों की जान बचाने को प्राथमिकता देंगे और स्थिति का आकलन करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे.''  ज्वालामुखी से निकले लावा, राख और सियरिंग गैस दो किलोमीटर के इलाके तक फैल सकती हैं.

ज्वालामुखी चेतावनी स्तर प्रणाली 6 स्तरों पर आधारित होती है. इसका उद्देश्य प्रत्येक सक्रिय ज्वालामुखी की वर्तमान स्थिति का वर्णन करना होता है.

  VOLCANIC ALERT LEVEL VOLCANIC ACTIVITY MOST LIKELY HAZARDS
Eruption>                 5 प्रमुख ज्वालामुखी विस्फोट ज्वालामुखी पर और उसके बाहर विस्फोट के खतरे
 
Eruption>                   4
मध्यम ज्वालामुखी विस्फोट
ज्वालामुखी पर और उसके निकट विस्फोट के खतरे
Eruption>                   3 मामूली ज्वालामुखी विस्फोट  मामूली ज्वालामुखी विस्फोट 
Unrest>                   2  मध्यम से बढ़ती हुई ज्वालामुखी अशांति  ज्वालामुखी अशांति के खतरे, विस्फोट के खतरों की संभावना
Unrest>                  1 मामूली ज्वालामुखी अशांति  ज्वालामुखी अशांति के खतरे
   >                  0 कोई ज्वालामुखी अशांति नहीं  ज्वालामुखीय पर्यावरण के खतरे 

विस्फोट किसी भी स्तर पर हो सकता है, और ये लेवल सीक्वेंस में नहीं चल सकते क्योंकि गतिविधि तेजी से बदल सकती है.

Eruption hazards:विस्फोट के खतरे ज्वालामुखी और विस्फोट शैली पर निर्भर करते हैं और इसमें विस्फोट, बैलिस्टिक (उड़ती चट्टानें), पायरोक्लास्टिक घनत्व धाराएं (तेजी से चलने वाले गर्म राख बादल), लावा प्रवाह, लावा गुंबद, भूस्खलन, राख, ज्वालामुखी गैस, बिजली, लाहर (मडफ्लो)सुनामी/भूकंप शामिल हो सकते हैं. 

Volcanic Unrest: ज्वालामुखी पर और उसके आस-पास ज्वालामुखी अशांति के खतरे होते हैं. इसमें भाप का विस्फोट, ज्वालामुखी गैसें, भूकंप, भूस्खलन, अपलिफ्ट, सबसिडेंस, गर्म झरनों में परिवर्तन, लाहर (मडफ़्लो) शामिल हो सकते हैं.

Volcanic Environment: ज्वालामुखीय पर्यावरण के खतरों में हाइड्रोथर्मल गतिविधि, भूकंप, भूस्खलन, ज्वालामुखी गैसें और/या लाहर (मडफ्लो) शामिल हो सकते हैं.


 

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