Explainer: एक जैसे हैं जिनपिंग और पुतिन, जानिए कैसे रूस-चीन की सत्ता पर किया कब्जा

शी जिनपिंग ने चीन के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद रूस को अपनी पहली विदेश यात्रा के गंतव्य के रूप में चुना था. शी पुतिन से कई बार मिल चुके हैं.

शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 04 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 4:00 PM IST
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रूस और चीन के बीच भले ही जंग जारी हो लेकिन, चीन को इस समय रूस के दोस्ती और गहरी करने का पूरा मौका मिला है. हालांकि, दोनों ही देश पहले से ही अच्छे दोस्त हैं. 2018 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin)को अपना सबसे अंतरंग मित्र घोषित कर चुके हैं. इनकी दोस्ती होना लाजमी भी है क्योंकि दोनों के ही बीच कई चीजे कॉमन हैं. 

शी जिनपिंग ने चीन के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद रूस को अपनी पहली विदेश यात्रा के गंतव्य के रूप में चुना था. शी पुतिन से कई बार मिल चुके हैं, शायद ही उन्होंने किसी अन्य विश्व नेता से इतनी बार मुलाकात की है. रूसी मीडिया के अनुसार साल 2014 में भी शी ने पुतिन से कहा था, "मुझे लगता है कि हमारे व्यक्तित्व काफी समान हैं." 

पड़ोसी देशों की जमीन पर दोनों की नजर

दोनों ही नेताओं की नजर अपनी पड़ोसी देशी की जमीनों पर है. रूस और यूक्रेन का बड़ा झगड़ा क्रीमिया को लेकर है. वहीं, चीन भी बार-बार भारत के अरुणाचल प्रदेश (नेफा) इलाके पर अपना दावा ठोकता नजर आता है. 

जिदगी भर के लिए कर लिया है अपना कार्यकाल 

पुतिन(Vladimir Putin) और जिनपिंग(Xi Jinping) दोनों ही ऐसे नेता हैं, जिन्होंने अपने देश के संविधान में बदलाव करते हुए अपना कार्यकाल जिंदगी भर के लिए कर लिया है. पुतिन ने रूसी प्रावधानों को जरूरत के अनुसार बदलकर कम से कम 2036  तक राष्ट्रपति कार्यकाल अपने नाम कर लिया.

राजनैतिक विरोधियों की एक न चलने देना 

दोनों ही नेताओं में कॉमन बात यह है कि दोनों ही अपने खिलाफ किसी को कुछ बोलने नहीं देते हैं. राजनैतिक विरोधियों को किसी न किसी तरह चुप करवाना दोनों ही नेताओं की खासियत है. 

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