जानिए क्या है European Union, जिसमें शामिल होने के लिए यूक्रेन कर रहा है अपील ताकि मिल सके रूस के खिलाफ मदद

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने यूरोपीय संघ (European Union) में यूक्रेन की सदस्यता के लिए एक आवेदन पर हस्ताक्षर किया है. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की सारी प्रक्रिया के तहत यूक्रेन को यूरोपीय संघ में शामिल करने के लिए अपील कर चुके हैं. अब सवाल है कि आखिर यूरोपीय संघ क्या है और यूरोपीय संघ में शामिल होने से यूक्रेन को क्या फायदा होगा? 

Representative Image (Unsplash)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 01 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 2:43 PM IST
  • यूरोपीय संघ में शामिल हैं 27 देश
  • यूक्रेन ने किया यूरोपीय संघ में सदस्यता के लिए आवेदन

रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच लगातार युद्ध जारी है. दोनों देशों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. ऐसे में आगे क्या हालात बनेंगे यह कोई नहीं बता सकता है. हालांकि, इस सबके बीच एक महत्वपूर्ण खबर यह आई कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने यूरोपीय संघ (European Union) में यूक्रेन की सदस्यता के लिए एक आवेदन पर हस्ताक्षर किया है. 

बताया जा रहा है कि इससे पहले भी यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की सारी प्रक्रिया के तहत यूक्रेन को यूरोपीय संघ में शामिल करने के लिए अपील कर चुके हैं. हालांकि अब उम्मीद की जा रही है कि वर्तमान हालात को देखते हुए यूक्रेन को यूरोपीय संघ में शामिल कर लिया जाएगा.

अब सवाल है कि आखिर यूरोपीय संघ क्या है और यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है कि यूक्रेन बेसब्री से इसमें शामिल होना चाहता है. यूरोपीय संघ में शामिल होने से यूक्रेन को क्या फायदा होगा? 

क्या है यूरोपीय संघ:

यूरोपीय संघ की बात करें तो यह यूरोप में स्थित 27 देशों का एक राजनैतिक एवं आर्थिक मंच है. इन देशों में आपस में प्रशासकीय साझेदारी होती है और यह संघ के कई या सभी सदस्य राष्ट्रो पर लागू होती है. इसका गठन 1 जनवरी 1957 में रोम की संधि के तहत यूरोपीय आर्थिक परिषद के माध्यम से छह यूरोपीय देशों की आर्थिक भागीदारी से हुआ था. 

शुरुआत में, इसमें जर्मनी, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम और लेक्जमबर्ग शामिल थे. लेकिन समय के साथ इसमें बदलाव होता रहा और आज यूरोपीय संघ में सदस्य देशों की संख्या 27 हो चुकी है. यूरोपीय संघ के सभी सदस्य देश एक-दूसरे की साझेदारी में काम करते हैं और यूनियन के नियम सभी सदस्य देशों पर लागू होते हैं. 

यूरोपीय संघ का निर्माण काउंसिल ऑफ यूरोपियन यूनियन, यूरोपियन कमीशन, एवं यूरोपियन पार्लियामेंट से मिलकर होता है. यह तीनों ही इस संगठन का प्रमुख भाग है. 

27 देश हैं सदस्य: 

यूरोपीय संघ में शामिल 27 देश- ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, साइप्रस, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्तोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लातीविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवानिया, स्पेन, स्वीडन, और कोएशिया हैं.

पहले ब्रिटेन भी यूरोपीय संघ का हिस्सा था. लेकिन अपने कुछ कारणों के चलते यह यूरोपीय संघ से बाहर हो गया. बता दें कि यूरोपीय संघ के 27 में से 19 देशों की एक ही मुद्रा- यूरो है. इसके अलावा, इन सदस्य देशों के नागरिकों को यूरोपीय संघ में शामिल देशों में जाने के लिए वीज़ा या पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होती है. 

यूक्रेन क्यों बनना चाहता है यूरोपीय संघ का हिस्सा: 

अब सवाल है कि आखिर यूक्रेन को यूरोपीय संघ में शामिल होकर क्या फायदा मिलेगा. यूक्रेन के लिए सबसे बड़ा फायदा है कि यूरोपीय संघ में उसे व्यापार के लिए एक बड़ा मंच मिलेगा. क्योंकि यूरोपीय संघ का गठन ही आर्थिक प्रगति को ध्यान में रखकर किया गया था. 

इसके अलावा ग्लोबल स्तर पर यूक्रेन को यूरोपीय संघ के सदस्यों देशों का साथ मिलेगा. और इससे यूक्रेन को रूस जैसे शक्तिशाली देश से लड़ने में भी मदद मिलेगी. वर्तमान में भी कई यूरोपीय संघ के सदस्य देश यूक्रेन के नागरिकों की अपने स्तर पर मदद कर रहे हैं.  

इसके अलावा, यूरोपीय संघ के 21 देश ‘नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइज़ेशन यानी नेटो’ में भी शामिल हैं. ऐसे में यूक्रेन के लिए नेटो में शामिल होने का रास्ता खुल जाएगा. और नेटो में शामिल होने के बाद यूक्रेन को सीधे तौर पर अमेरिका की भी मदद मिलेगी.  

 

Read more!

RECOMMENDED