अमेरिका की सड़कों पर शनिवार को जनसैलाब देखने को मिला. देशभर के 50 राज्यों में 1200 जगहों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए. लाखों लोगों ने सड़क पर उतरकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और एलन मस्क के खिलाफ प्रोटेस्ट किया. लेकिन यह प्रोटेस्ट क्यों और कहां से शुरू हुआ? सिर्फ तीन महीने पहले सत्ता में आई सरकार को इस स्तर पर लोगों के आक्रोश का सामना क्यों करना पड़ रहा है?
क्या है 'हैंड ऑफ्स' प्रोटेस्ट
अमेरिका में पांच अप्रैल को हुए इस प्रोटेस्ट का नाम रखा गया 'हैंड्स ऑफ' प्रोटेस्ट. यह विरोध प्रदर्शन ट्रम्प प्रशासन की नीतियों के खिलाफ है. प्रदर्शनकारी मुख्य रूप से ट्रम्प प्रशासन में हुई छंटनी और सामूहिक डिपोर्टेशन का विरोध कर रहे हैं. ये सत्ता में आने के बाद ट्रम्प प्रशासन के दो सबसे बड़े फैसले थे.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ट्रम्प प्रशासन अमेरिका के संसाधनों को अमेरिकियों के कल्याण के लिए इस्तेमाल नहीं कर रहे. उनका कहना है कि ट्रम्प और मस्क ऐसे संसाधन लोगों से वापस ले रहे हैं जो उनके नहीं हैं.
देशभर में दिखा लोगों का जनसैलाब
वाशिंगटन डीसी के नेशनल मॉल से लेकर मैनहैटन और बॉस्टन तक प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को सरकारी एजेंसियों की कटौती, स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रमों में कटौती, अप्रवासियों के साथ व्यवहार और ट्रांसजेंडर अधिकारों पर प्रतिबंध सहित कई मुद्दों पर ट्रम्प और मस्क के फैसलों के प्रति अपना असंतोष व्यक्त किया.
इस प्रदर्शन के कारण देशभर में लोगों की भीड़ सड़कों पर दिखी. सिएटल में प्रदर्शनकारियों ने संघीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालने और कमजोर समुदायों के लिए सुरक्षा को सीमित करने के प्रशासन के कदमों पर आक्रोश व्यक्त करते हुए “कुलीनतंत्र से लड़ो” (Fight The Ogligarchy) जैसे नारे लगाए.
निशाने पर क्यों आए मस्क?
ट्रंप के सलाहकार मस्क नई सरकार में 'सरकारी दक्षता विभाग' (Department of Government Efficiency) के प्रमुख हैं. उन्होंने ट्रम्प के सत्ता में आने से पहले इस विभाग को बनाने की सिफारिश की थी. और उनके कहने पर ही ट्रम्प ने यह विभाग बनाया था. यही विभाग बड़े खर्चों में कटौती के लिए जिम्मेदार है इसलिए प्रदर्शनकारियों के निशाने पर मस्क भी हैं.
मस्क के आलोचकों ने उन पर अमेरिकी लोगों की तुलना में कॉर्पोरेट हितों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया है. मानवाधिकार अभियान की अध्यक्ष केली रॉबिन्सन ने नेशनल मॉल पर रैली में कहा कि प्रशासन एलजीबीटीक्यू समुदाय के साथ के सही व्यवहार नहीं कर रहा है.
प्रदर्शनकारियों ने बॉस्टन में सामाजिक सुरक्षा में कटौती के खिलाफ रैली निकाली. वे “हमारे लोकतंत्र से हाथ हटाओ” (Hands off our Democracy) और “हमारे सामाजिक सुरक्षा से हाथ हटाओ” (Hands off our Social Security) जैसे पोस्टर लेकर सड़कों पर उतरे. मेयर मिशेल वू ने भी ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ अपनी चिंताएं व्यक्त कीं.
उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहतीं कि उनके बच्चे ऐसी दुनिया में बड़े हों जहां सरकारी धमकी और विभाजनकारी हथकंडे आम बात हों. जवाब में व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प सामाजिक सुरक्षा, मेडिकेयर और मेडिकेड को बरकरार रखेंगे.