ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पार्टी में बगावत के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल पिछले दो दिनों में कंजर्वेटिव पार्टी के 50 से ज्यादा मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था. इनमें चार कैबिनेट मंत्री ऋषि सुनक, साजिद वाजिद, साइमन हार्ट और ब्रैंडन लुईस भी शामिल हैं.
रिजाइन करने वाले हर किसी ने जॉनसन के काम करने के तरीकों, लॉकडाउन पार्टी और कुछ नेताओं के सैक्स स्कैंडल को मुद्दा बनाया है. ब्रिटेन में सरकार को लेकर अविश्वास इस तरह फैल रहा कि 36 घंटे पहले ही मंत्री बने मिशेल डोनेलन ने भी इस्तीफा दे दिया. इसके बाद से उन पर भी दबाव बनाया जाने लगा. बेरिस जॉनसन पर दबाव का यह सिलसिला 5 जुलाई को ब्रिटेन सरकार में वित्त मंत्री रहे ऋषि सुनक के इस्तीफे के बाद शुरू हुआ.
कौन हैं ऋषि सुनक?
बोरिस जॉनसन सरकार में भारतीय मूल के वित्त मंत्री रहे ऋषि सुनक देश के अगले प्रधानमंत्री की रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं. ऋषि सुनक भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता है. उनका जन्म 12 मई 1980 को साउथेम्प्टन, हैम्पशायर, दक्षिण पूर्व इंग्लैंड में भारतीय माता-पिता यशवीर और उषा सनक के घर में हुआ था. उनके पिता एक जनरल फिजिशियन थे, और उनकी मां एक फार्मेसी चलाती थीं. सुनक के दादा-दादी ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत में पैदा हुए थे, 1960 के दशक में पूर्वी अफ्रीका से ब्रिटेन में आकर बस गए थे. अपने तीन भाई-बहनों में ऋषि सबसे बड़े हैं. ऋषि की पढ़ाई भी टॉप कॉलेजों से हुई है. सुनक विनचेस्टर कॉलेज, लिंकन कॉलेज, ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं.
नारायण मूर्ति के दामाद हैं सुनक
निजी जीवन की बात करें तो ऋषि की शादी अगस्त 2009 में अक्षता मूर्ति के साथ हुई थी. ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं. बता दें कि अक्षता भारतीय अरबपति एन.आर.नारायण मूर्ति की बेटी हैं. वह कटमरैन वेंचर्स में निदेशक के रूप में काम करती हैं. वह अपना खुद का फैशन लेबल भी चलाती हैं और ब्रिटेन की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं. ऋषि ने स्नातक के बाद गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए.
कैसा रहा राजनीतिक सफर
ऋषि सुनक पहली बार 2015 में सांसद बने थे. वे यॉर्कशायर के रिचमंड से चुने गए थे. सुनक ने बहुत जल्द कंजर्वेटिव पार्टी में नाम कमाया और उसकी रैंक में ऊंचे स्थान पर उठ गए. उन्होंने 'ब्रेक्सिट' का समर्थन किया. वह अपने 'leave EU'अभियान के दौरान बोरिस जॉनसन के समर्थकों में से एक थे. सुनक ने फरवरी 2020 में इतिहास रच दिया जब उन्हें ब्रिटेन के सबसे महत्वपूर्ण कैबिनेट पद The Chancellor of the exchequer पर नियुक्त किया गया. कोरोना महामारी के दौरान व्यवसायों और कर्मचारियों की सहायता के लिए उन्होंने एक आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी जिससे उन्हें काफी लोकप्रियता मिली.
इस पैकेज में एक जॉब रिटेंशन प्रोग्राम भी शामिल था, जिसने कथित तौर पर यूके में बड़े पैमाने पर लोगों को बेरोजगार होने से रोका. हालांकि 'पार्टीगेट' घोटाले के बाद उनकी लोकप्रियता काफी ज्यादा धक्का लगा. उन कोविड के नियमों का उल्लंघन करने और सरकारी कार्यालयों में लॉकडाउन पार्टियों का आयोजन करने का आरोप लगा. लंदन पुलिस द्वारा जुर्माना लगाने वाले अधिकारियों में से वो एक थे. ऋषि सुनक बहुत ज्यादा फिटनेस फ्रीक हैं. उन्हें फुटबॉल, क्रिकेट के अलावा मूवीज देखने का शौक है. उनकी पर्सनालिटी की वजह से लोग उन्हें डिशी ऋषि कहकर बुलाते हैं.