दुनिया की पहली पेपरलेस सरकार बनी दुबई, क्राउन प्रिंस बोले- हम दुनिया के लिए मिसाल बनेंगे

उन्होंने आगे कहा कि यह उपलब्धि दुबई को पूरी दुनिया में डिजिटल पूंजी के रूप में पेश करेगा, साथ ही पूरी दुनिया के सामने दुबई एक आदर्श बन कर भी सामने आएगा. बिना कागज के काम काम को आसान बनाने के साथ बाकी झंझटों से भी दूर रखेगा. 

दुबई, संयुक्त अरब अमीरात (REUTERS) में शेख जायद रोड का एक दृश्य
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:24 AM IST
  • दुबई सरकार अब अपने सारे काम कागज के बजाय डिजिटली कर रही है
  • ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बना दुबई

दुबई सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे कागज़ की फैक्टिरियों में काम करने वाले मजदूरों के एक करोड़ 40 लाख श्रम घंटों की बचत होगी, साथ ही इस पहल से सरकार को 1.3 अरब दिरहम (35 करोड़ डॉलर) का फायदा होगा, क्योंकि दुबई सरकार अब अपने सारे काम कागज के बजाय डिजिटली कर रही है. 

दुबई में पूरी तरह से डिजिटल हुआ सरकारी कामकाज

दुबई सरकार में सभी आंतरिक, बाहरी लेनदेन की प्रक्रियाएं अब 100 फीसदी डिजिटल हो रही हैं. इस कामकाज को एक व्यापक डिजिटल सरकारी सेवा मंच देखता है और प्रबंधन करता है.  शेख हमदान ने शनिवार को एक बयान में कहा कि ये हमारे लिे गर्व की बात है.  सभी कामकाज  को डिजिटल बनाने की दुबई की यात्रा में एक नए सफर की शुरूआत है. 

पूरी दुनिया के लिए बनेगा आदर्श-शेख हमदान 

उन्होंने आगे कहा कि यह उपलब्धि दुबई को पूरी दुनिया में डिजिटल पूंजी के रूप में पेश करेगा, साथ ही पूरी दुनिया के सामने दुबई एक आदर्श बन कर भी सामने आएगा. बिना कागज के काम काम को आसान बनाने के साथ बाकी झंझटों से भी दूर रखेगा. 

अगले पांच दशकों में दुबई में जिंदगी पूरी तरह से डिजिटल करना है टारगेट- शेख हमदान

दुबई प्रिंस शेख हमदान ने कहा कि सरकार का टारगेट है कि अगले पांच दशकों में दुबई में जिंदगी पूरी तरह से डिजिटल हो जाए.  हालांकि यूएस, यूके, यूरोप और कनाडा ने बड़े पैमाने पर सरकारी संचालन को डिजिटाइज करने की योजना व्यक्त की है लेकिन साइबर हमले की आशंका से उनका डिजिटाइज होने पर संशय बरकरार है. 


 

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