भारत ने आज एससीओ नेताओं के सामने बिना लाग लपेट के अपना स्पष्ट स्टैंड सामने रख दिया. जयशंकर ने अपने भाषण में SCO के चार्टर का जिक्र करते हुए न केवल पड़ोसी देशों को इसका पालन करने की नसीहत दी. बल्कि उन्होंने साफ कर दिया कि आतंकवाद और अलगाववाद के साथ व्यापार और सहयोग आगे नहीं बढ़ सकता. अब सवाल है कि SCO में अलगाववाद और आतंकवाद पर भारत के बयानों के क्या मायने हैं.