इस महीने के दौरान कुंभ राशि के जातकों को करियर, धन, परिवार और स्वास्थ्य के संबंध में मिश्रित परिणामों का सामना करना पड़ सकता है. स्वास्थ्य और करियर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि कुछ झटके लग सकते हैं. बृहस्पति इस महीने से तीसरे भाव में आ जाता है जिससे खर्चे बढ़ सकते हैं. इस माह के दौरान इन जातकों के लिए स्वास्थ्य देखभाल आवश्यक है.
पार्टनरशिप में काम न करें
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय करियर की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण रहेगा. करियर ग्रह शनि अपनी ही राशि में पहले भाव में होगा और इस प्रकार इन जातकों के लिए जीवन को चुनौतीपूर्ण बना देगा. अपनी ही राशि में प्रथम भाव में स्थित शनि के कारण ये जातक कम काम की संतुष्टि के साथ अधिक चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रतिबद्ध हो सकते हैं. हो सकता है कि इन जातकों को उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में पर्याप्त मान्यता न मिले. जो लोग व्यवसाय कर रहे हैं वे उच्च लाभ सुरक्षित नहीं कर सकते हैं. साझेदारी का व्यवसाय करना भी इस महीने के दौरान इन जातकों के लिए ठीक नहीं हो सकता है क्योंकि साझेदारी में नुकसान और विवाद की संभावना हो सकती है.
बिजनेस में रणनीति बदलकर काम करें
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय आर्थिक जीवन के लिहाज से कुछ कठिन रहेगा. धन भाग्य एक प्रश्न चिह्न लग सकता है क्योंकि ग्रह-शनि, केतु अनुकूल स्थिति में नहीं हैं, इसलिए यह अच्छा नहीं हो सकता है. आगे होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए धन के प्रबंधन में सावधानीपूर्वक और संक्षिप्त योजना आवश्यक हो सकती है. जो मूल निवासी व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें इस महीने लाभ बनाए रखने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है.
कैसा रहेगा स्वास्थ्य
कुम्भ राशि के जातकों के लिए यह समय स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ ठीक नहीं रहेगा. महीने के पहले भाग में शनि पहले घर में कुछ तनाव और पीठ दर्द से संबंधित मुद्दों को ट्रिगर कर सकता है. इन जातकों के लिए किसी प्रकार की बेचैनी और चिंता मौजूद हो सकती है. इस राशि के जातकों को लंबी दूरी की यात्रा से बचने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, जैसे पैरों में अकड़न पैदा कर सकता है. जातकों को समय पर भोजन करने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
विवाह में देरी हो सकती है
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय प्रेम और दाम्पत्य जीवन के मामले में भाग्यशाली नहीं हो सकता है. चूंकि, प्रमुख ग्रह- शनि प्रथम भाव में है, इसलिए इन जातकों के लिए प्रियतम के साथ प्रेम में गड़बड़ी हो सकती है. साथ ही जिन जातकों की अभी शादी नहीं हुई है उनके विवाह में देरी हो सकती है. जो लोग विवाहित हैं उन्हें इस महीने के दौरान वैवाहिक जीवन में सामंजस्य की कमी का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि बृहस्पति राहु के साथ तीसरे भाव में स्थित है. इस महीने विवाह करने की इच्छा रखने वाले जातकों को अच्छे परिणाम देखने को नहीं मिल पाएंगे और विवाह के संबंध में प्रमुख योजनाओं को स्थगित करना बेहतर होगा.
सलाह
प्रत्येक शनिवार को शनि चालीसा का पाठ करना लाभकारी रहेगा.
प्रतिदिन 108 बार “ॐ नमो नारायणाय” का जाप करें.
मंगलवार के दिन लाल पुष्प से हनुमान जी की पूजा करें.