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Bone Pain: क्या आप हड्डियों में दर्द की समस्यायों से हैं परेशान ? जानिए सटीक ज्योतिषीय समाधान

हड्डियों के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदारी सूर्य की होती है. अगर सूर्य कुंडली में कमजोर है तो हड्डियों की समस्या होगी ही. इसके अलावा बृहस्पति भी इसके लिए जिम्मेदार होते हैं. शनि के कारण भी हड्डियों की समस्या होती है, और यह सबसे ज्यादा गंभीर होती है.

Bone Pain Bone Pain
हाइलाइट्स
  • शनि के कारण स्नायु तंत्र की समस्या भी हो जाती है

  • अगर कोई ग्रह कमजोर हो जाता है तो शरीर में समस्या आ जाती है

हर ग्रह शरीर के किसी ख़ास हिस्से से सम्बन्ध रखता है. इसके अलावा शरीर के किसी तत्व को भी प्रभावित करता है. अगर कोई ग्रह कमजोर हो जाता है तो शरीर के उस हिस्से में समस्या आ जाती है. किसी ग्रह के ख़राब होने पर शरीर का तत्व बिगड़ जाता है. और शरीर में लम्बे समय तक समस्या पैदा हो जाती है. ग्रहों के स्वभाव, रंग और तरंग को समझकर हम अपनी शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं.

अगर सूर्य के कारण हड्डियों की समस्या हो तो क्या उपाय करें ?

सूर्य के कारण आम तौर पर रीढ़ की हड्डी की औए पीठ दर्द की समस्या होती है. इसके कारण सर्वाइकल और स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या जल्दी हो जाती है. इसके कारण व्यक्ति को बार बार चक्कर आते हैं और आलस्य छाया रहता है. सूर्य के कमजोर होने पर हड्डियों की मजबूती भी कम हो जाती है. इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए नित्य प्रातः सूर्य को , रोली मिला हुआ ,जल अर्पित करें. लोटे के किनारे लगी हुयी रोली का तिलक लगाएं. घर के ऐसे कमरे में रहें , जहाँ सूर्य का पर्याप्त प्रकाश आता हो.

बृहस्पति के कारण हड्डियों की समस्या हो तो क्या उपाय करें ?

बृहस्पति के कारण शरीर में फैट बढ़ जाता है. मोटापे की वजह से पैरों में ख़ास  समस्या हो जाती है. इसके कारण घुटने, पंजों और और पिंडलियों में समस्या बनी रहती है. अगर किसी जातक को ये समस्या है तो ऐसी दशा में एकादशी का व्रत जरूर रखें. भोजन में हल्दी और दालचीनी का प्रयोग जरूर करें. कोशिश करें कि स्वर्ण और पीला रंग कम से कम धारण करें 

शनि के कारण हड्डियों की समस्या हो तो क्या उपाय करें ?

शनि के कारण हड्डियों के साथ साथ , स्नायु तंत्र की समस्या भी हो जाती है. शनि के कारण दुर्घटना में हड्डियों की समस्या हो जाती है. इसके कारण जो भी हड्डियों के रोग होते हैं वो लम्बे समय तक चलते हैं. कभी कभी पक्षाघात के कारण भी समस्या हो जाती है. ऐसी दशा में शनिवार शाम को छाया दान करें. रोज प्रातः एक बार हनुमान बाहुक का पाठ करें. माह में एक बार हनुमान जी का पूर्ण श्रृंगार जरूर कराएं.
 

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