घर का पूजा स्थान हमेशा ही वास्तु के हिसाब से होना चाहिए. माना जाता है कि वास्तु के नियमों का पालन करने से आपके घर में सुख-शांति बनी रहती है और आपको धन की प्राप्ति होती है लेकिन, आपकी किसी भी एक गलती से आपके सारे सुख-चैन छिन सकते हैं. इसलिए घर में पूजा का स्थान सही जगह पर होना चाहिए. चलिए आपको बताते हैं कि पूजा घर बनाते समय आपको किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है.
दीवार और फर्श के रंगों को सावधानी से चुनें
जी हां, आपको रंगों का भी ध्यान रखना होगा. पूजे घर के लिए हमेशा हल्के रंगों को चुना जाता है, जिससे पूजा की जगह पर शांति बनी रहे. यह स्थान कुछ विशेष रंगों से सजा होना चाहिए जैसे - पीला, लाल, सफेद, हरा और सुनहरा रंग. आपके पूजा स्थान पर काले, स्लेटी और भूरे रंग का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए, इन्हें पूजा घर के लिए अशुभ माना जाता है.
इस स्थान पर नहीं होना चाहिए पूजा घर
पूजा घर का स्थान चुनने से पहले आपको कई बातें ध्यान में रखनी होती हैं. सबसे पहले आपका पूजा घर ऐसी जगह पर होना चाहिए, जहां ज्यादातर शांति रहती हो. इसके लिए आप घर में ही एक छोटा सा कमरा भी बनवा सकते हैं. आपका पूजा घर ऐसी जगह पर होना चाहिए जहां बाहर से आने वाले लोगों की नजर आसानी से न पड़े. बाथरूम के बगल में, सिड़ियों से ठीक नीचे और बेसमेंट में आपका पूजा घर नहीं होना चाहिए. इससे आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होता है.
दरवाजा चुनते समय इन बातों का रखें ध्यान
पूजा घर का दरवाजा चुनते समय भी आपको कई बातों का ध्यान रखना होता है. इसके लिए आपको ज्यादातर लकड़ी का दरवाजा चुनना चाहिए, जोकि दोनों तरफ से खुलता हो. साथ ही इसमें एक चौखट का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जिससे मंदिर के अंदर किड़े न जा सकें.
गलती से भी अपने मंदिर में न रखें ये चीजें
मंदिर में हमेशा आपको शुद्ध वस्तु रखनी चाहिए. अपने मंदिर में आप कभी भी नकारात्मक चीजें न रखें. जैसे आपको अपने मंदिर में मृत्यु या युद्ध से जुड़ी कोई चीज नहीं रखनी चाहिए. साथ ही अपने मंदिर में कभी भी खंडित मुर्ति न रखें और नहीं पुराने और सूखे हुए फूल रखें. इससे आपके घर में नकारात्मकता आती है.
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