
कभी-कभी पति पत्नी में रोज नाराजगी रहती है जिस कारण से वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहता. इसके पीछे ग्रह मैत्री की कमी और तत्वों की समस्या होती है. पत्नी बार बार नाराज हो तो पति नियमित रूप से सूर्य को जल दें. सूर्य को जल देने के बाद ही अन्न ग्रहण करें. पत्नी बार बार नाराज हो तो पत्नी सोमवार को शिव जी की आराधना करें. सफेद वस्तुओं का दान करें
बात झगड़े तक पंहुच गयी हो तो क्या करें ?
इसके पीछे आम तौर पर मंगल और सूर्य होते हैं. अगर बात केवल वाद-विवाद की हो तो हर शनिवार को पीपल वृक्ष की परिक्रमा करें और सरसों तेल का दीपक जलाएं. अगर बात मार पीट और शारीरिक बल प्रयोग तक पहुंच गई हो तो किसी भी तीन शनिवार को अपने वजन के 10वें हिस्से के बराबर काले तिल या काली उड़द का दान करें.
अगर पति पत्नी के बीच में कोई तीसरा आ गया हो तो आम तौर पर इस तरह की घटनाओं के लिए राहु जिम्मेदार होता है. अगर शुक्र भी आ गया तो यह मामला बहुत ज्यादा ख़राब हो जाता है. अगर पति के जीवन में कोई तीसरा व्यक्ति हो तो पत्नी नियमित रूप से बृहस्पतिवार का उपवास रखे और शनिवार को पक्षियों को कैद से मुक्त करें. अगर पत्नी के जीवन में कोई तीसरा व्यक्ति हो तो पति हर शुक्रवार का उपवास रखें और शनिवार को किसी निर्धन को उड़द के बड़े खिलाएं.
बात तलाक तक आ गई हो तो क्या करें ?
अगर बात तलाक़ तक आ गयी हो तो इसके लिए किसी एक ग्रह को जिम्मेदार नहीं कहा जा सकता. फिर भी सूर्य, शनि, मंगल और राहु तलाक में बड़ी भूमिका निभाते हैं. अगर मामला अभी न्यायालय तक नहीं पहुंचा है तो सोमवार का उपवास रखें. भगवान शिव को रोज प्रातः 21 बेलपत्र और जल चढ़ाएं. अगर मामला न्यायालय तक पहुँच गया है तो पांच मंगलवार को हनुमान मंदिर जाकर अपनी उम्र के बराबर लड्डू चढ़ाएं. रोज सुबह 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें.
सुहाग की सामग्री किस दिन खरीदें ?
सुहाग की सामग्री, शुक्रवार के दिन खरीदना सबसे ज्यादा उत्तम होता है. हालांकि बृहस्पतिवार के दिन भी खरीद सकते हैं. मंगलवार और रविवार को सुहाग की सामग्री न खरीदें.