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शुक्र के क्या होते हैं शुभ-अशुभ प्रभाव... सुंदरता से लेकर धन संपत्ति तक सबमें है शुक्र की लीला

शुक्र के बलवान होने से जीवन की तमाम स्थितियां अनुकूल बन जाती हैं. जानिए शुक्र के शुभ-अशुभ होने का क्या पड़ता है राशियों पर प्रभाव. शुक्र को दूसरा सबसे शुभ और सुखदायी ग्रह माना गया है.

हाइलाइट्स
  • सुख और वैभव का ग्रह है शुक्र

  • नींद बहुत अच्छी आती है

शुक्र को सुख और वैभव का ग्रह माना जाता है. ज्योतिष में शुक्र को दूसरा सबसे शुभ और सुखदायी ग्रह माना गया है.  कुंडली मे शुक्र अगर शुभ हो तो इंसान को सभी प्रकार के सांसारिक सुखों का भोग कराता है. आपके जीवन को प्रभावित करने वाले 9 ग्रहों में शुक्र ग्रह का महत्व सबसे अधिक है. ज्योतिषों की मानें तो शुक्र का हमारे शरीर और जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है इसीलिए सौरमंडल के नवग्रहों में शुक्र का महत्व सबसे अधिक माना गया है. 

शुक्र बृहस्पति की तरह ही शास्त्रों के ज्ञाता, तपस्वी और कवि हैं. इन्हें सुंदरता का प्रतीक माना गया  है. अगर आपकी कुंडली में शुक्र कमजोर हो तो सुंदरता, संवेदनशीलता और प्यार में कमी आ जाती है. 

शुक्र ग्रह की जीवन में भूमिका
 
-शुक्र नौ ग्रहों में से एक ग्रह माना जाता है 
-यह शुभ ग्रह है , हालांकि यह दैत्यों का गुरु माना जाता है 
-शुक्र वैभव,विलास,सुख,प्रेम और धन-संपत्ति का कारक ग्रह है 
-बिना शुक्र की कृपा के कभी भी व्यक्ति को पारिवारिक सुख नहीं मिलता 
-शुक्र जीवन में सौंदर्य और विलासिता से सम्बन्ध रखता है 
-ये सुविधा के साथ-साथ सुख भी देता है
-चमकदार सफ़ेद रंग, काम भाव , प्रेम और हीरा शुक्र का ही अधिकार क्षेत्र है
- अगर शुक्र अस्त है तो किसी भी मंगलकार्य को करने की अनुमति नहीं दी जाती है 
- अगर शुक्र उदय अवस्था में है तो मंगल कार्य सरलता से होते हैं

ग्रहों का असर जिस तरह प्रकृति पर दिखाई देता है ठीक उसी तरह मनुष्यों पर ये असर देखा जा सकता है. आपकी कुंडली में ग्रह स्थिति बेहतर होने से बेहतर फल प्राप्त होते हैं. लेकिन ग्रह स्थिति अशुभ होने की दशा में अशुभ फल भी प्राप्त होते हैं. शुक्र के कमजोर होने की दशा में जीवन शोक संताप और विपत्तियों से भर जाता है तो क्या हैं शुक्र के कमजोर होने के लक्षण.

शुक्र के कमजोर होने के लक्षण 
- व्यक्ति बिलकुल आकर्षक नहीं होता , न तो रूप रंग से और न ही परिधान से
- व्यक्ति बहुत साफ सुथरा और अच्छे तरीके से नहीं रहता
- सुविधा कितनी भी जुटा ले पर सुख नहीं पा सकता 
- ऐसे लोगों को आंखों की विचित्र समस्या या मधुमेह हो जाती है
- अगर पुरुष का शुक्र कमजोर है तो उसे स्त्री सुख कभी नहीं मिल सकता
- अगर महिला का शुक्र कमजोर है तो दाम्पत्य जीवन में सुख आ ही नहीं सकता 
- ऐसे व्यक्ति ज्यादातर काम भाव और प्रदर्शन में ही लिप्त रहते हैं  

व्यक्ति के जीवन को सुखमय बनाने का काम शुक्र ही करता है. शुक्र प्रेम, कलात्मक क्षमता, खुशी जैसे गुणों का स्वामी है.
 
शुक्र के मजबूत होने के लक्षण
- व्यक्ति बहुत आकर्षक होता है
- दिखने में कैसा भी हो पर व्यवहार और स्वभाव अदभुत होता है.
- ऐसे लोग बहुत ज्यादा नाम-यश अर्जित करते हैं 
- ये ज्यादातर मीडिया,फिल्म अथवा कला के क्षेत्र में होते हैं 
- ऐसे लोगों को स्त्रियों से बहुत सम्मान मिलता है और दाम्पत्य जीवन सुखद होता है
- ऐसे लोगों को नींद बहुत अच्छी आती है,सोने में तेज होते हैं . 
- सुख और सुविधा बड़ी आसानी से मिल जाती है.